मिर्जा गुलजार बेग, मुजफ्फरनगरमुजफ्फरनगर में कोरोना महामारी में बेसहारा हुए 93 बच्चों की मदद का रास्ता साफ हो गया है। जिला प्रशासन ने जांच के बाद 103 आवेदनों में से 93 को स्वीकार कर लिया है। जांच के दौरान पाया गया कि 6 बच्चे ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस महामारी में माता-पिता दोनों को खोया है। प्रशासन की ओर से यह मदद यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत की जाएगी, जिसमें पात्र बच्चों को 4 हजार रुपये महीना दिया जाएगा। शासन से तीन माह की प्रथम किस्त भेजने की तैयारी की जा रही है।इन्होंने खोए अपने अभिभावकसरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून 2021 तक जिले में 103 बच्चों के लिए आवेदन किए गए। इनमें से 10 आवेदन जांच के बाद अस्वीकृत कर दिए गए। कुल 93 बच्चों को पात्र मानते हुए योजना में लाभ के लिए उनके आवेदन स्वीकार कर लिया गया। इनमें 6 बच्चे ऐसे हैं, जो अनाथ श्रेणी में रखे रखे गए हैं, जबकि 87 बच्चों ने महामारी में अपने पिता को खोया है।
इनमें 50 मेल चाइल्ड और 43 गर्ल्स चाइल्ड हैं।क्या है उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनाअप्रैल 2021 में राज्य में कोरोना संक्रमण महामारी में परिवार के पालक सदस्य की मौत होने के कारण प्रभावित हुए बच्चों को राज्य सरकार ने आर्थिक मदद उपलब्ध कराने की मुहिम शुरू की है। योजना में प्रभावित परिवारों के पात्र बच्चों को प्रतिमाह 4 हजार रुपये दिया जाएगा।ये होंगे योजना के पात्रइस योजना का लाभ 0 से 18 वर्ष की उम्र तक के ऐसे सभी बच्चों को मिलेगा, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोना संक्रमण के चलते हुई थी या जिनके माता या पिता में से एक की मृत्यु 01 मार्च 2020 से पूर्व हो गई थी और दूसरे की मृत्यु महामारी के दौरान हो गई थी। ऐसे सभी बच्चों को योजना का लाभ मिल सकेगा। 0 से 10 वर्ष तक की आयु के बच्चों के वैध संरक्षक के बैंक खाते में चार हजार रुपये प्रतिमाह की धनराशि दी जाएगी, बशर्ते औपचारिक शिक्षा के लिए उनका पंजीयन किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में कराया गया हो।कोरोना से 268 लोगों की हुई थी मौतसरकारी आंकड़ों के अनुसार, मुजफ्फरनगर जिले में कोरोना संक्रमण के चलते 268 लोगों की मौत हुई थी।
प्रशासनिक आंकड़ों के तहत इस आपदा का शिकार हुए लोगों की आर्थिक मदद का रास्ता साफ हो रहा है।Badaun News: SP जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी और पति पर अपहरण का मुकदमा दर्जक्या कहते हैं अधिकारीजिला प्रोबेशन अधिकारी मोहम्मद मुशफेकीन ने बताया कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित और अनाथ हुए बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण एवं पुनर्वासन के लिए महिला कल्याण विभाग की ओर से उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का संचालन किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कोविड-19 महामारी के कारण जोखिम में आने वाले ऐसे सभी बच्चे, जिनके माता या पिता या दोनों कोरोना संक्रमण के कारण मरे है, उनको प्रतिमाह 4 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 93 आवेदन पत्रों को जांच के बाद डीएम की संस्तुति के साथ शासन को भेज दिया गया है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही प्रभावित परिवारों को योजना में तय आर्थिक मदद की धनराशि उपलब्ध होने की संभावना है।
More Stories
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप
Hathras में खेत बेचने के नाम पर लाखों की ठगी, पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
Uttar Pradesh Police Recruitment 2024: सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर कट ऑफ लिस्ट जारी, दिसंबर में दस्तावेज परीक्षण और शारीरिक परीक्षा