गाजियाबादगाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-3 के ग्रेस केयर शेल्टर होम से रविवार की देर रात तीन किशोरियां फरार हो गईं। तीनों पहली मंजिल से चादर के सहारे शेल्टर होम से बाहर निकली हैं। हालांकि इस दौरान एक और किशोरी भागने की फिराक में थी लेकिन तब तक सुरक्षा में तैनात गार्ड आ गया। शेल्टर होम प्रबंधन की ओर से इंदिरापुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।एसएचओ इंदिरापुरम संजीव शर्मा ने बताया कि फरार हुई किशोरियों की उम्र 15 से 16 साल है। तीनों कोर्ट के आदेश पर यहां भेजी गई थीं। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर उन्हें सेक्टर 3 स्थित शेल्टर होम में भेजा गया था। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि शेल्टर होम में आने के बाद से तीनों वहां रह रहीं अन्य किशोरियों को परेशान करती थीं। उनके इस रवैये को देखते हुए कई बार उनकी काउंसिलिंग भी कराई गई थी। उसके बावजूद उनमें बहुत सुधार नहीं देखा गया। ये तीनों 2019 से 2020 के दौरान यहां लाई गई थीं।
बता दें कि इससे पहले अक्टूबर 2018 में इंदिरापुरम के कनावनी स्थित शेल्टर होम से भी 2 किशोरियां फरार हुई थीं।सुरक्षा इंतजाम पर सवालदेर-रात करीब रात एक बजे तीनों किशोरियां खिड़की खोलने के बाद चादर के सहारे शेल्टर होम से बाहर आईं और सिक्यॉरिटी गार्ड को चकमा देकर फरार हो गईं। शेल्टर होम की बाउंड्री और गेट पर कटीले तार होने के बावजूद उनके फरार होने को लेकर वहां के इंतजाम पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों किशोरियां मुरादाबाद, लोनी और अयोध्या की रहने वाली हैं।
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर संभावित स्थानों पर उनकी तलाश शुरू कर दी है। उनके परिवारवालों को सूचित कर दिया गया है। इस शेल्टर होम में रात के समय एक गार्ड की ड्यूटी रहती थी।खिड़की में लगे लोहे के ग्रिल को मोड़ाआधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तीनों किशोरियों ने भागने के लिए कमरे के अंदर बनी खिड़की में लगे लोहे के ग्रिल को किसी भारी चीज से पूरी तरह से मोड़ दिया था। पुलिस के अनुसार बाउंड्री को पार करने के लिए चादर का सहारा लिया गया है। शेल्टर होम में लगे सीसीटीवी की छानबीन में यह सारी बातें सामने आ रही हैं।इंदिरापुरम के सीओ अंशु जैन ने बताया, ‘फरार हुई तीनों किशोरियों को पॉक्सो एक्ट के तहत यहां पर लाया गया था। उनकी तलाश में थाने की 2 टीमें रवाना कर दी गई हैं। इसमें जल्द सफलता मिल जाएगी।’ग्रेस केयर शेल्टर वसुंधरा के एडमिन हेड सुमित कुमार ने बताया, ‘किशोरियों के भागने की जानकारी मिलते ही पुलिस को इसकी सूचना रात में ही दे दी गई थी। पुलिस के साथ वे उन तीनों की तलाश में जुटे हैं। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर इन्हें यहां रखा गया था। जहां तक लापरवाही का सवाल है, इसकी जांच की जा रही है।’
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