फर्जी दरोगा लखन सिंह ने अपनी कार पर पुलिस के मोनोग्राम के साथ रक्षा मंत्रालय की भी प्लेट लगा रखी थी। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो सेना के आईडी कार्ड और कहीं भी आने-जाने का फर्जी अथॉरिटी लेटर के साथ कई और भी संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। पुलिस इस आधार पर मान रही है कि फर्जी दरोगा से पूछताछ के बाद ठगी के कई और मामले खुल सकते हैं।पुलिस के मुताबिक होमगार्ड राजीव मौर्य ने फर्जी दरोगा लखन सिंह को जब 19 जून को चेकिंग के बहाने वसूली करते देखा था तो उसकी कार पर अंग्रेजी में बरेली का नंबर लिखा हुआ था लेकिन मंगलवार को जब उसे गिरफ्तार किया गया तो कार पर हिंदी में लिखी नंबर प्लेट मिली। यानी इस बीच वह कार की नंबर प्लेट भी बदल चुका था। एएसपी साद मियां खां ने बताया कि कार पर जो नंबर लिखा मिला वह बाइक का है। उसकी नकली आरसी भी कार से बरामद हुई। पुलिस के मोनोग्राम के साथ कार पर रक्षा मंत्रालय की प्लेट भी मिली। इसके अलावा सेना का एक आईडी कार्ड और एक फर्जी अथॉरिटी लेटर मिला है जिस पर लिखा है कि वह कहीं भी आ-जा सकता है। कार में एक जोड़ी जूते भी बरामद हुए हैं। नोएडा से चोरी की गई कार के चेसिस नंबर को भी उसने घिसकर मिटाने की कोशिश की थी।पुलिस लखन सिंह को गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंची तो उसने बताया कि वह रिटायर्ड फौजी है। पुलिस में अपने कई रिश्तेदारों के नाम भी गिनाए लेकिन थाना प्रभारी मनोज त्यागी ने उसकी एक नहीं सुनी। एएसपी साद मियां खां ने भी थाना बिथरी चैनपुर पहुंचकर उससे पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक वसूली कर रहे फर्जी दरोगा ने पूरी वर्दी नहीं पहनी थी। वह सफेद टीशर्ट, खाकी पैंट, लाल रंग के जूतों के अलावा पुलिस के मोनोग्राम वाला मास्क लगाए था।
पिस्टल देखकर समझ गया होमगार्ड, दरोगा फर्जी है
वसूली का धंधा करने के लिए फर्जी दरोगा लखन सिंह ने पूरे इंतजाम किए थे। कार पर पुलिस के मोनोग्राम के साथ चेहरे पर पुलिस का मास्क और होलस्टर में पिस्टल लगाकर वह निकलता था। मगर होमगार्ड राजीव मौर्य ने पिस्टल देखकर पहचान लिया कि दरोगा असली नहीं है। बिथरी थाने में तैनाती बताने पर उन्हें इसका पूरा यकीन भी हो गया। इसी के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।होमगार्ड राजीव मौर्य ने बताया कि फर्जी दरोगा जिस सफेद रंग की कार से डोहरा रोड पर पहुंचा था, उसके डैशबोर्ड पर नीली बत्ती लगी थी। उनके सामने वह मास्क चेकिंग के नाम पर वसूली करता रहा। एक बाइक सवार की चाबी छीनकर उसे धमकाया और वसूली कर ली। ढाबा मालिक मटरू और खोखा चलाने वाले रमेश से मास्क न पहनने पर धमकाते हुए दो हजार रुपये जुर्माना मांगा। माफी मांगने और हाथ जोड़ने के बाद पांच-पांच सौ रुपये वसूल लिए। उन्होंने उसकी पिस्टल गौर से देखी तो पाया कि वह पुलिस के पास नहीं रहती। शक हुआ तो उन्होंने उसकी तैनाती पूछ ली। आरोपी ने थाना बिथरी चैनपुर बताया तो उन्होंने उसे बताया कि यह इलाका तो राम गंगानगर चौकी में आता है जिसके इंचार्ज कुमरेश त्यागी हैं। इस पर फर्जी दरोगा उनसे बदसलूकी करने लगा तो उन्होंने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस पर वह कार लेकर भाग निकला।
पुलिस को बताया 17 जाट रेजिमेंट का रिटायर सैनिक
इंस्पेक्टर मनोज त्यागी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में खुद को 17 जाट रेजीमेंट से रिटायर बताया है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उसके बारे में जांच कराई जा रही है। घटना में प्रयुक्त ब्रीजा कार उसने एक लाख रुपये में खरीदने की बात कही है। यह कार किससे खरीदी गई है, यह पता किया जा रहा है। पूछताछ के दौरान उसने बहाना बनाया कि कार की किस्तें बकाया थीं इसलिए उसे एक लाख रुपये में मिल गई, लेकिन जब उससे फर्जी नंबर प्लेट लगाने के बारे में पूछा गया तो कोई जवाब नहीं दे सका।
हाईवे से सटे इलाकों में करता था वसूली, लोगों ने की शिनाख्त
लखन सिंह की गिरफ्तारी की जब सूचना मिली तो आसपास के तमाम लोग थाना बिथरी चैनपुर पहुंचे। उन लोगों ने पुलिस को बताया कि आरोपी पिछले कई दिन से हाईवे और उससे लगे इलाके में चेकिंग के नाम पर वसूली कर रहा था। होमगार्ड राजीव मौर्य के साथ ही खोका मालिक रमेश और ढाबा मलिक मटरू नेे भी थाने पहुंचकर उसकी शिनाख्त की।
सेना का आईडी कार्ड और कहीं भी आने-जाने के अथॉरिटी लेटर समेत कई संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद
पुलिस को फर्जी दरोगा से पूछताछ में ठगी के बड़े मामलों के खुलने की उम्मीद
बिथरी चैनपुर(बरेली)। फर्जी दरोगा लखन सिंह ने अपनी कार पर पुलिस के मोनोग्राम के साथ रक्षा मंत्रालय की भी प्लेट लगा रखी थी। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो सेना के आईडी कार्ड और कहीं भी आने-जाने का फर्जी अथॉरिटी लेटर के साथ कई और भी संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। पुलिस इस आधार पर मान रही है कि फर्जी दरोगा से पूछताछ के बाद ठगी के कई और मामले खुल सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक होमगार्ड राजीव मौर्य ने फर्जी दरोगा लखन सिंह को जब 19 जून को चेकिंग के बहाने वसूली करते देखा था तो उसकी कार पर अंग्रेजी में बरेली का नंबर लिखा हुआ था लेकिन मंगलवार को जब उसे गिरफ्तार किया गया तो कार पर हिंदी में लिखी नंबर प्लेट मिली। यानी इस बीच वह कार की नंबर प्लेट भी बदल चुका था। एएसपी साद मियां खां ने बताया कि कार पर जो नंबर लिखा मिला वह बाइक का है। उसकी नकली आरसी भी कार से बरामद हुई। पुलिस के मोनोग्राम के साथ कार पर रक्षा मंत्रालय की प्लेट भी मिली। इसके अलावा सेना का एक आईडी कार्ड और एक फर्जी अथॉरिटी लेटर मिला है जिस पर लिखा है कि वह कहीं भी आ-जा सकता है। कार में एक जोड़ी जूते भी बरामद हुए हैं। नोएडा से चोरी की गई कार के चेसिस नंबर को भी उसने घिसकर मिटाने की कोशिश की थी।
पुलिस लखन सिंह को गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंची तो उसने बताया कि वह रिटायर्ड फौजी है। पुलिस में अपने कई रिश्तेदारों के नाम भी गिनाए लेकिन थाना प्रभारी मनोज त्यागी ने उसकी एक नहीं सुनी। एएसपी साद मियां खां ने भी थाना बिथरी चैनपुर पहुंचकर उससे पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक वसूली कर रहे फर्जी दरोगा ने पूरी वर्दी नहीं पहनी थी। वह सफेद टीशर्ट, खाकी पैंट, लाल रंग के जूतों के अलावा पुलिस के मोनोग्राम वाला मास्क लगाए था।
पिस्टल देखकर समझ गया होमगार्ड, दरोगा फर्जी है
वसूली का धंधा करने के लिए फर्जी दरोगा लखन सिंह ने पूरे इंतजाम किए थे। कार पर पुलिस के मोनोग्राम के साथ चेहरे पर पुलिस का मास्क और होलस्टर में पिस्टल लगाकर वह निकलता था। मगर होमगार्ड राजीव मौर्य ने पिस्टल देखकर पहचान लिया कि दरोगा असली नहीं है। बिथरी थाने में तैनाती बताने पर उन्हें इसका पूरा यकीन भी हो गया। इसी के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
होमगार्ड राजीव मौर्य ने बताया कि फर्जी दरोगा जिस सफेद रंग की कार से डोहरा रोड पर पहुंचा था, उसके डैशबोर्ड पर नीली बत्ती लगी थी। उनके सामने वह मास्क चेकिंग के नाम पर वसूली करता रहा। एक बाइक सवार की चाबी छीनकर उसे धमकाया और वसूली कर ली। ढाबा मालिक मटरू और खोखा चलाने वाले रमेश से मास्क न पहनने पर धमकाते हुए दो हजार रुपये जुर्माना मांगा। माफी मांगने और हाथ जोड़ने के बाद पांच-पांच सौ रुपये वसूल लिए। उन्होंने उसकी पिस्टल गौर से देखी तो पाया कि वह पुलिस के पास नहीं रहती। शक हुआ तो उन्होंने उसकी तैनाती पूछ ली। आरोपी ने थाना बिथरी चैनपुर बताया तो उन्होंने उसे बताया कि यह इलाका तो राम गंगानगर चौकी में आता है जिसके इंचार्ज कुमरेश त्यागी हैं। इस पर फर्जी दरोगा उनसे बदसलूकी करने लगा तो उन्होंने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस पर वह कार लेकर भाग निकला।
पुलिस को बताया 17 जाट रेजिमेंट का रिटायर सैनिक
इंस्पेक्टर मनोज त्यागी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में खुद को 17 जाट रेजीमेंट से रिटायर बताया है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उसके बारे में जांच कराई जा रही है। घटना में प्रयुक्त ब्रीजा कार उसने एक लाख रुपये में खरीदने की बात कही है। यह कार किससे खरीदी गई है, यह पता किया जा रहा है। पूछताछ के दौरान उसने बहाना बनाया कि कार की किस्तें बकाया थीं इसलिए उसे एक लाख रुपये में मिल गई, लेकिन जब उससे फर्जी नंबर प्लेट लगाने के बारे में पूछा गया तो कोई जवाब नहीं दे सका।
हाईवे से सटे इलाकों में करता था वसूली, लोगों ने की शिनाख्त
लखन सिंह की गिरफ्तारी की जब सूचना मिली तो आसपास के तमाम लोग थाना बिथरी चैनपुर पहुंचे। उन लोगों ने पुलिस को बताया कि आरोपी पिछले कई दिन से हाईवे और उससे लगे इलाके में चेकिंग के नाम पर वसूली कर रहा था। होमगार्ड राजीव मौर्य के साथ ही खोका मालिक रमेश और ढाबा मलिक मटरू नेे भी थाने पहुंचकर उसकी शिनाख्त की।
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