बीएसपी के निलंबित विधायकों की अखिलेश से मुलाकात के बाद मायावती की चेतावनीमायावती ने कहा कि अगर निलंबित विधायकों को लिया तो सपा में बगावत या फूट पड़ेगीमायावती ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के कई नेता बीएसपी में आने को आतुर हैंलखनऊबीएसपी प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोलते हुए चेतावनी दी है। मायावती ने कहा कि अगर सपा ने बीएसपी के निलंबित विधायकों को पार्टी में लिया तो बगावत या फूट पड़ेगी। मायावती ने दावा किया कि सपा के कई नेता बीएसपी में आने को आतुर हैं। बता दें कि बीएसपी से निलंबित पांच विधायकों ने मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी जिसके बाद उनके पार्टी में शामिल होने की चर्चा तेज है।मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए सपा पर दलित विरोधी और जातिवाद का आरोप लगाया है। मायावती ने ट्वीट किया, ‘घृणित जोड़तोड़, द्वेष और जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा।’पिछले साल 7 विधायक हुए थे सस्पेंडउन्होंने आगे कहा, ‘जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा और एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलंबित किया जा चुका है।
‘ अक्टूबर 2020 में, बीएसपी के सात विधायकों को पार्टी अध्यक्ष मायावती ने निलंबित कर दिया था। उन पर राज्यसभा चुनाव में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम के नामांकन का विरोध करने का आरोप लगा था।’सपा ईमानदार होती तो अधर में न रखती’मायावती ने तीसरे ट्वीट में लिखा, ‘सपा अगर इन निलंबित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।’मायावती का सपा पर बड़ा हमलासपा पर बड़ा हमला बोलते हुए बीएसपी प्रमुख ने लिखा, ‘जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं। इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोही को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय।’अखिलेश से मिले बीएसपी के निलंबित विधायकबीएसपी से हाल के महीनों में निलंबित पांच विधायकों ने मंगलवार को अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और सपा में शामिल होने के संकेत दिए थे।
अखिलेश से मुलाकात करने वाले बसपा विधायकों में शामिल जौनपुर के मुंगरा बादशाहपुर से विधायक सुषमा पटेल ने कहा था, ‘सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ 15-20 मिनट तक चली बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों पर चर्चा हुई और मुलाकात अच्छी रही।’ टूट के कगार में बीएसपीउनके अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से, मैंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का मन बना लिया है।’ दूसरी ओर मंगलवार को बीएसपी के बागी विधायकों ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। फिलहाल इन्हें 11 विधायकों का साथ मिल गया है और एक अन्य विधायक का साथ मिलते ही नई पार्टी बन जाएगी। बीएसपी के बागी विधायक असलम राईनी ने कहा, ‘बीएसपी से निकाले गए विधायकों की संख्या 11 है। अगर हमें एक और विधायक मिल जाता है तो हम नई पार्टी बनाएंगे।
हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे जो पार्टी का नाम और दूसरी जानकारी देंगे।’बीएसपी के 7 विधायक सस्पेंड, 2 को निकालावर्तमान में 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बीएसपी के 18 विधायक हैं। अक्टूबर 2020 में, बीएसपी के सात विधायकों को पार्टी अध्यक्ष मायावती ने निलंबित कर दिया था। उन पर राज्यसभा चुनाव में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम के नामांकन का विरोध करने का आरोप लगा था। निलंबित किए गए विधायकों में चौधरी असलम अलीर, हरगोविंद भार्गव, मोहम्मद मुस्तफा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, मोहम्मद असलम राएनी, सुषमा पटेल और वंदना सिंह शामिल थीं।इस महीने की शुरुआत में बीएसपी प्रमुख ने पार्टी के विधानसभा में नेता लालजी वर्मा और अकबरपुर के विधायक राम अचल राजभर को पार्टी से निकाल दिया था। इन दोनों नेताओं पर पंचायत चुनावों में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे थे। दोनों नेताओं ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।समाचार एजेंसी भाषा से मिले इनपुट के साथमायावती अखिलेश यादव (फाइल)
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