उन्नावउत्तर प्रदेश के उन्नाव में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की सुविधा का लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा है। बीते 1 वर्ष से अधिक समय से जन औषधि केंद्र पर ताला लटक रहा है। जिसकी वजह से डॉक्टर बाहर की महंगी दवाएं लिख रहे हैं। बाहर की दवाओं से मिलने वाले कमीशन के चक्कर में गरीबों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है, जबकि पहले सस्ती दरों में ये दवाइयां जन औषधि केंद्र पर मिल जाती थीं। इस संबंध में सीएमओ ने बताया कि शासन स्तर पर टेंडर का नवीनीकरण ना होने के कारण केन्द्र बंद है। जिला अस्पताल के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित था।
सस्ती दवाइयां होने के कारण जन औषधि केंद्र पर लोगों की लंबी लाइन लगी रहती थी और डॉक्टर भी जन औषधि केंद्र में उपलब्ध दवाओं को लिखने के लिए मजबूर होते थे। एक वर्ष से अधिक समय से जन औषधि केंद्र पर ताला लटक रहा है। दरवाजे पर दवा की उपलब्धता नहीं होने के कारण ‘जन औषधि केंद्र बंद है’ की सूचना चस्पा है।पितांबर नगर निवासी दुर्गाशंकर ने बताया कि जन औषधि केंद्र में उन्हें अच्छी और सस्ती दवाइयां मिल जाती थी। सोची समझी साजिश के तहत जन औषधि केंद्र को बंद किया गया है। जिससे डॉक्टर महंगी दवाएं बाजार से लिख सकें। कमीशन के चक्कर में डॉक्टर भी महंगी दवाइयां खुले बाजार से लिखते हैं। जिससे गरीब और भी परेशान हो रहा है।Unnao News: उन्नाव में सब्जी बेचने वाले किशोर की हत्या के आरोप में 1 पुलिसकर्मी अरेस्ट, कोतवाल लाइन हाजिरक्या कहते हैं जिम्मेदारवहीं, इस संबंध में सीएमओ डॉ. आशुतोष ने बताया कि शासन ने जन औषधि केंद्र के टेंडर का नवीनीकरण नहीं किया है।
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