पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र की बड़ी बेटी संगीता मिश्रा की मौत के मामले में शासन की टीम वाराणसी पहुंची। जांच टीम ने परिवार के सदस्यों का बयान दर्ज किया और पं. मिश्र से शिकायत और मांग पत्र भी लिया। परिवार के सदस्यों ने जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित जांच कमेटी के नौ अधिकारी लखनऊ से वाराणसी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले एसीएमओ डॉ. पीयूष राय से संपर्क किया और साथ लेकर पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र के घर पहुंचे। टीम का नेतृत्व डॉ. रविंद्र कुमार कर रहे थे। उनके साथ डॉ. यतेंद्र कुमार त्रिपाठी और डॉ. सुजीत कुमार थे। नौ सदस्यीय टीम ने पं. मिश्र के आवास पर पहुंचकर पूरे मामले की सिलसिलेवार जानकारी ली। घंटे भर तक चली बातचीत के दौरान टीम ने पं. मिश्र से उनकी मांग के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन हमें सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करा दे। टीम के सदस्यों ने कहा कि यदि किन्हीं कारणों से सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं हो सके तब क्या करेंगे। इस पर पं. मिश्र ने कहा कि तब फिर आप लोग जांच करिए। यदि अस्पताल दोषी है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
टीम ने उनसे और उनके परिवार से संगीता मिश्रा के अस्पताल में भर्ती होने के दिन से लेकर मौत के समय तक की होने वाली घटनाओं के बारे में विधिवत पूछताछ की। पूछताछ के बाद टीम वहां से रवाना हो गई और अब अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ की जाएगी। बता दें कि पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र की बेटी संगीता मिश्रा की मौत के मामले में डीएम द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया था। जांच टीम ने अस्पताल को क्लीन चिट देते हुए अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इसके बाद पं. मिश्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर दोबारा जांच और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की थी। इसके बाद सीएम के आदेश पर शासन स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया था।
पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र की बड़ी बेटी संगीता मिश्रा की मौत के मामले में शासन की टीम वाराणसी पहुंची। जांच टीम ने परिवार के सदस्यों का बयान दर्ज किया और पं. मिश्र से शिकायत और मांग पत्र भी लिया। परिवार के सदस्यों ने जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित जांच कमेटी के नौ अधिकारी लखनऊ से वाराणसी पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले एसीएमओ डॉ. पीयूष राय से संपर्क किया और साथ लेकर पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र के घर पहुंचे। टीम का नेतृत्व डॉ. रविंद्र कुमार कर रहे थे। उनके साथ डॉ. यतेंद्र कुमार त्रिपाठी और डॉ. सुजीत कुमार थे।
नौ सदस्यीय टीम ने पं. मिश्र के आवास पर पहुंचकर पूरे मामले की सिलसिलेवार जानकारी ली। घंटे भर तक चली बातचीत के दौरान टीम ने पं. मिश्र से उनकी मांग के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन हमें सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करा दे। टीम के सदस्यों ने कहा कि यदि किन्हीं कारणों से सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं हो सके तब क्या करेंगे। इस पर पं. मिश्र ने कहा कि तब फिर आप लोग जांच करिए। यदि अस्पताल दोषी है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
टीम ने उनसे और उनके परिवार से संगीता मिश्रा के अस्पताल में भर्ती होने के दिन से लेकर मौत के समय तक की होने वाली घटनाओं के बारे में विधिवत पूछताछ की। पूछताछ के बाद टीम वहां से रवाना हो गई और अब अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ की जाएगी। बता दें कि पद्मविभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र की बेटी संगीता मिश्रा की मौत के मामले में डीएम द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया था। जांच टीम ने अस्पताल को क्लीन चिट देते हुए अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इसके बाद पं. मिश्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर दोबारा जांच और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की थी। इसके बाद सीएम के आदेश पर शासन स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया था।
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