उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP) ने हाल ही में कोरोना महामारी की वजह से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया था। जिसके बाद यूपी सरकार ने कक्षा दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों का परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति बनाने हेतु जिलों के स्कूल निरीक्षकों से सुझाव मांगे थे। अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार जल्द ही मूल्यांकन मानदंड की घोषणा कर सकती है।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि छात्रों का अंतिम परिणाम के लिए मूल्यांकन मानदंड तैयार करने हेतु अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। पैनल की सिफारिशों के आधार पर ही विद्यार्थियों काे अंक दिए जाएंगे। यह निर्णय अगले शैक्षणिक सत्र को नियमित करने में मदद करेगा। वहीं कक्षा 11वीं के छात्रों के लिए जल्द ही ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।
बता दें कि यूपी सरकार ने 7 जून को माध्यमिक शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रत्येक जिले के स्कूल निरीक्षकों के साथ एक बैठक की गई थी। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं का अंतिम परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति पर चर्चा की गई थी। अब आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम तैयार किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। बोर्ड यह भी घोषणा कर सकता है कि यूपीएमएसपी मूल्यांकन मानदंडों के माध्यम से प्राप्त परिणामों से असंतुष्ट छात्रों को कोविड-19 की स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
इस साल उत्तर प्रदेश कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा के लिए 56 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 29,94,312 कक्षा 10वीं के छात्रों और 26,10,316 कक्षा 12वीं के छात्रों को इस साल बिना परीक्षा के अगली कक्षाओं में पदोन्नत किया जाएगा।
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