गाजियाबादगाजियाबाद में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक कमजोर पड़ चुकी है। यहां के अधिकांश अस्पतालों में 80 प्रतिशत बेड अब खाली हो चुके हैं और सरकारी अस्पतालों में तो 90 प्रतिशत से भी ज्यादा बेड खाली हैं। फिलहाल एक्टिव मरीज 677 हैं और इनमें 295 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। मरीजों की संख्या घटने से जिले में फिलहाल ऑक्सिजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन का भी संकट खत्म हो गया है।गाजियाबाद में फिलहाल 7 सरकारी अस्पतालों में से 3 में एक भी मरीज भर्ती नहीं हैं। 400 बेड की क्षमता वाले संतोष अस्पताल में 23 मरीज, 340 बेड वाले रामा मेडिकल कॉलेज में 10 मरीज, 90 बेड वाले कंबाइंड एल-2 अस्पताल में 11 और 78 बेड वाले ईएसआई अस्पताल में 2 मरीज भर्ती हैं। सीएचसी मुरादनगर 50 बेड, सीएचसी लोनी 50 बेड और ईएसआई अस्पताल 24 बेड मोदीनगर में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। सरकारी और निजी अस्पतालों में 3409 बेडगाजियाबाद में सरकारी और निजी अस्पतालों में 3409 बेड हैं। इनमें से 785 बेड आईसीयू वाले हैं और 229 बेड पर वेंटीलेटर की सुविधा है। इनमें 267 मरीज आईसीयू में भर्ती हैं।
निजी अस्पतालों में 300 से ज्यादा मरीज दिल्ली व अन्य जिलों के भी भर्ती हैं।15 दिन पहले तक अस्पतालों में नहीं थे बेडजिले में 15 दिन पहले तक किसी अस्पताल में बेड खाली नहीं थे। ऑक्सिजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी किल्लत थी। 22 मई के बाद हालात सुधरने शुरू हुए और मरीजों की संख्या कम होने लगी। 28 मई से नए मरीजों की संख्या 100 से कम हुई और 4 जून को महज 26 नए मरीज सामने आए।टेस्टिंग बढ़ाई गईसंक्रमण को काबू में करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में टेस्टिंग बढ़ाई। सीएम के जिले का दौरा करने से पहले तक यहां लगभग 3500 लोगों की टेस्टिंग प्रतिदिन की जा रही थी। सीएम के दौरे के बाद टेस्टिंग को 6 से 7 हजार तक किया गया और 25 मई से जिले में 8000 से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग की जा रही है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि ज्यादा टेस्टिंग से संक्रमितों का जल्द पता चल जाता है, जिससे उनका तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाता है। इससे मरीज गंभीर स्थिति में पहुंचने से बच जाते हैं।जिले में संक्रमण दर 0.60 पहुंचीजिले में 22 अप्रैल को संक्रमण दर 64 प्रतिशत पहुंच गई थी। इसके पीछे कम टेस्टिंग भी प्रमुख कारण था। फिलहाल जिले में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है जिसके चलते संक्रमण दर भी 0.60 पर पहुंच गई है। अधिकारियों का कहना है कि लैब स्टाफ के संक्रमित होने के कारण टेस्टिंग कुछ दिनों के लिए प्रभावित हुई थी, फिलहाल जिले में पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग की जा रही है।
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