मयंक श्रीवास्तव, अयोध्याअयोध्या में पांच हजार मंदिरों की रामनगरी के सभी मठ-मंदिर मंगलवार से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं। सभी धार्मिक स्थलों में कोरोना से बचाव के नियमों के पालन के साथ ही भक्तों को दर्शन के लिए प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। मंदिरों में एक साथ केवल पांच लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, अयोध्या के संत और धर्माचार्य श्रद्धालुओं से बिना वैक्सीनेशन करवाए अयोध्या नहीं आने की अपील कर रहे हैं। हनुमानगढ़ी में बजरंगबली के दर्शन के लिए भक्त की लंबी लाइनें देखी गईं। सप्तपुरियों की मस्तक कही जाने वाली रामनगरी में देशभर आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ वर्ष से सभी धार्मिक पर्व स्थगित हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए भगवान राम के जन्मोत्सव के बाद से अयोध्या के सभी मठ-मंदिर में दर्शन प्रतिबंधित कर दिए गए थे। कोरोना संक्रमण के घटने और मरीजों रिकवरी रेट बढने पर एक बार फिर से मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं। अयोध्या में राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी सहित सभी धार्मिक स्थलों के कपाट खोल दिए गए हैं। कोरोना से बचाव के नियमों के पालन के साथ ज्येष्ठ मास के पहले मंगलवार से अयोध्या नगरी में एक बार फिर से श्रद्धालुओं की चहल कदमी देखने को मिल रही है।बाहर के श्रद्धालुओं लिए कोरोना जांच रिपोर्ट आवश्यकअयोध्या आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे पहले की कोविड नेगेटिव की रिपोर्ट लाना आवश्यक है। संतों का कहना है कि जो लोग मंदिरों में दर्शन के लिए आए सभी को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए। भक्तों को मास्क-सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए भगवान के दर्शन-पूजन करने होंगे। मठ-मंदिरों में एक बार में 5 ही श्रद्धालु भगवान का दर्शन कर सकेंगे।प्रसाद और माला चढ़ाने पर रोकहनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने प्रशासन का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पिछले करीब डेढ़ महीने भक्त भगवान के दर्शन के लिए आतुर थे। पिछले डेढ़ में महीने भक्त कई प्रकार के कष्टों से पीड़ित थे। उन्हें लंबी प्रतीक्षा के बाद मंदिरों में दर्शन प्राप्त हुए हैं। सुबह तीन बजे से ही मंदिरों में भक्तों का आना शुरू हो गया। मंदिर प्रशासन की तरफ से प्रसाद और माला न चढ़वाने का निर्णय लिया गया है।हनुमानगढ़ी में रात्रि 11 बजे तक करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है। उन्होंने अपील की है कोरोना से बचाव के लिए लोगों को वैक्सीनेशन करवाकर ही मंदिर में दर्शन करने के लिए आना चाहिए।
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