पीएम ने जौनपुर के रहने वाले दिनेश बाबूनाथ उपाध्याय से की फोन पर बातमन की बात के दौरान मिलाया फोन, पूछे हालचाललिक्विड ऑक्सिजन टैंकर चलाते हैं दिनेश उपाध्यायजौनपुरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में यूपी के जौनपुर के रहने वाले दिनेश उपाध्याय का जिक्र किया। इस दौरान पीएम ने दिनेश से फोन पर बात भी की। दिनेश ऑक्सिजन का टैंकर चलाते हैं। महामारी के दौरान उनके किए गए काम को लेकर पीएम ने उनकी तारीफ की और उनके बारे में पूछा।पीएम ने दिनेश से उनके काम और परिवार के बारे में पूछा। बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई और कोरोना काल में आए उनके काम में परिवर्तन को लेकर सवाल किए। पीएम ने दिनेश की तारीफ की और उन्हें आशीर्वाद दिया।सात लोगों का परिवारपीएम ने कहा दिनेश जी नमस्कार तो दिनेश ने कहा सर जी प्रणाम। पीएम ने कहा कि पहले आप अपने बारे में बताइए। तो लिक्विड ऑक्सिजन टैंकर चलाने वाले ड्राइवर ने बताया कि उनका नाम दिनेश बाबूनाथ उपाध्याय है। वह जौनपुर की जमुआ पोस्ट में आने वाले गांव हसनपुर के रहने वाले हैं। उनके घर में पत्नी, एक बेटा, दो बेटियां और माता पिता हैं।15-17 साल से चला रहे ऑक्सिजन टैंकरदिनेश ने कहा कि वह लिक्टिवड ऑक्सिजन का टैंकर चलाते हैं। वह कंपनी आइनॉक्स की ओर से दिए गए आवास में रहते हैं, जबकि उनका परिवार गांव में रहता है। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बीते 15-17 साल से ऑक्सिजन टैंकर चला रहे हैं।पीएम ने कहा-‘बचा रहे लाखों का जीवन’पीएम ने कहा कि आप इन 15-17 सालों से ऑक्सिजन का टैंकर चला रहे हैं लेकिन आप एक ड्राइवर नहीं है बल्कि लाखों लोगों का जीवन बचा रहे हैं। कोरोना के समय काफी जिम्मेदारी बढ़ गई है। पहले की तुलना में अब क्या परिवर्तन है? चिंता रहती होगी। दिमागी तनाव होता होगा। जल्दी पहुंचने का दबाव भी होता होगा? पीएम के सवाल पर दिनेश ने कहा कि कोई चिंता नहीं होती वह सिर्फ अपना कर्तव्य कर रहे हैं और इसे करते हुए गौरव महसूस होता है।’पहले घंटों जाम में फंसते थे लेकिन अब…’दिनेश ने कहा कि पहले हम कहीं भी जाम में उधर-इधर फंसे रहते थे। अब रोका नहीं जाता। प्रशासन और लोग सहयोग करते हैं। कोरोना काल में जल्दी ऑक्सिजन पहुंचाने की जल्दी लगी रहती है। खाना नहीं खाते पहले अस्पताल पहुंचते हैं। अस्पताल पहुंचने पर कोई थंब दिखाता है तौ कोई विक्ट्री का निशान दिखाता है तो बहुत खुशी होती है।8-9 महीने तक नहीं मिल पाते बच्चों सेपीएम ने कहा कि घर जाकर अपने बच्चों को बताते होंगे तो दिनेशन ने कहा कि बच्चे गांव में रहते हैं। 8-9 महीने में बच्चों से मिल पाता हूं। फोन पर बात करता हूं। बच्चे कहते हैं पापा काम करो लेकिन अपनी सेफ्टी पर भी ध्यान दो।’देश को होगा गर्व’पीएम ने दिनेश से कहा ‘मुझे बहुत अच्छा लगा आपकी बातें सुनकर, देश को भी लगेगा कि इस कोरोना की लड़ाई में कैसे-कैसे लोग काम कर रहे हैं। आप 8-9 महीने अपने बच्चों को नहीं देख पाते हैं, परिवार को नहीं मिल पाते। सिर्फ इसलिए कि लोगों की जान बच सके। जब देश सुनेगा तो देश को गर्व होगा। यह लड़ाई हम जीतेंगे क्योंकि दिनेश जैसे लाखों लोग ऐसे हैं जो जी जान से काम कर रहे हैं।”भगवान के भेजे गए देवदूत जैसे’पीएम दिनेश से को धन्यवाद बोलते हुए पीएम ने कहा, ‘दोस्तो, जैसे कि दिनेश जी ने कहा, जब एक टैंकर ड्राइवर ऑक्सिजन लेकर अस्पताल पहुंचता है तो वह भगवान के भेजे गए देवदूत जैसा होता है। यह काम जिम्मेदारी का होता है और मानसिक दबाव वाला भी होता है।
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