मनीष सिंह, मिर्जापुरयूपी के मिर्जापुर जिले में किसान और प्रशासन पानी को लेकर आमने-सामने आ गए हैं। कई बार किसान और प्रशासन के बीच बैठक हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। दरअसल, यह पूरा विवाद जरगो जलाशय के पानी को लेकर है। किसानों का कहना है कि हम किस भी कीमत पर बांध से पानी नहीं लेने देंगे। प्रशासन बांध से पानी लेकर गांवों में करना चाहता है आपूर्तिमिर्जापुर जिले के चुनार तहसील क्षेत्र में जरगो बांध है। जिसका पानी लेकर प्रशासन जलजीवन मिशन योजना के अंतर्गत उन गांवों में आपूर्ति करना चाहता है। जहां पर पीने के पानी की समस्या है।किसान बांध से पानी लेने का कर रहे हैं विरोधवहीं, किसान बांध से पानी नहीं देना चाहते हैं। किसानों का कहना है कि अगर जलजीवन मिशन में बांध का पानी लिया गया तो हमारे खेतों की सिंचाई नहीं हो पाएगी और हम लोग खेती भी नहीं कर पाएंगे।किसानों का आरोप प्रशासन करता है छलावापानी को लेकर किसान संगठन के लोग कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि प्रशासन हमारे साथ कई बार छलावा कर चुका है और अब फिर से करना चाहता है, जो हम होने नहीं देंगे।चौकी में पुलिसवाले ने ऐसा क्या किया कि महिलाओं ने डंडे लेकर घेर लिया, यह है पूरा मामलाप्रशासन और किसान यूनियन की हुई बैठकशुक्रवार को जिलाधिकारी और किसान नेताओं की इस मुद्दे पर बैठक भी हुई। बैठक में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने किसानों की आशंकाओं को दूर किया। साथ ही कहा कि सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होगी। जलजीवन मिशन के कार्य में कोई बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।प्रधानमंत्री का है ड्रीम प्रोजेक्ट जलजीवन मिशनसोनभद्र और मिर्जापुर में पीने के पानी की समस्या को समाप्त करने के लिए जलजीवन मिशन योजना का कार्य चल रहा है। इसकी लागत करीब 5555 करोड़ है। योजना के तहत बांधों से पानी लेकर पाइपलाइन के जरिए गांवों में आपूर्ति की जाएगी।
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