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पहले कोरोना को हराया, अब ब्लैक फंगस को दी मात, 45 वर्षीय मोहनी और 51 वर्षीय कंचन चौहान ने जीती जंग

ग्रेटर नोएडा ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में भले ही लंबा समय लगा रहा है, लेकिन लोग अब स्वास्थ्य हो रहे हैं। नोएडा और ग्रेनो में रहने वाली 45 वर्षीय मोहनी और 51 वर्षीय कंचन चौहन ने कोविड के बाद 25 दिन के अंदर ब्लैक फंगस को मात दी है। दोनों का इलाज यथार्थ अस्पताल में चला रहा था। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों मरीज की आंखों में फंगस पाया गया था। ऐसे में सावधानी के साथ इलाज के बाद दोनों ने इस वायरस को हराने में कामयाबी पाई है।सब्र से जंग जीत रहे हैं मरीज यथार्थ अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुनील बालियान ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद ही ब्लैक फंगस मरीजों को अपने गिरफ्त में ले रहा है। तीन मई को जिले की रहने वाली 51 वर्षीय कंचन चौहान कोविड हुआ था। सीटी स्कैन में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उनकी आंखों में सूजन दिखाई दी। इसके बाद डाक्टर्स की टीम कड़ी निगरानी में रखते हुए इलाज शुरू किया। लंबे इलाज के बाद कंचन अब पूरी तरह से स्वास्थ्य हैं। सर्जरी की नौबात नहीं आई है।कोरोना को हराया अब फंगस को भी दी मात नोएडा की रहने वाली 48 साल की मोहनी वायरस को मात देने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई थीं। ऐसे में परिवार ने इलाज के लिए यथार्थ में एडमिट किया। आंख के पास फंगस होने से परिजनों भी घबराए हुए थे। स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। कोरोना को मात देने के बाद दिक्कत ज्यादा इंजेक्शन लेने से दिक्कत बढ़ गई थी। इसकी वजह से ब्लैक फंगस की चपेट में आ गईं। डाक्टर्स ने बताया कि कई मरीज इस बीमारी से काफी खतरनाक स्टेट में चले जा रहे हैं। इनका केस थोड़ा अलग था।