स्वाट टीम और निघासन पुलिस की कार्रवाई, बाल-बाल बजे कोतवालमिर्ची से तमंचा और कारतूस बरामद, जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
निघासन। सोमवार की रात चौकी इंचार्ज और एक सिपाही समेत चार पर फायरिंग के आरोपी हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची को स्वाट टीम और थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार तड़के मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दो बार पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर चुका मिर्ची तीसरी बार भी पुलिस पर फायरिंग करने से नहीं चूका। गनीमत रही कि बुलेट जैकेट पहने होने की वजह से कोतवाल डीके सिंह मिर्ची की फायरिंग में बाल-बाल बच गए। सुबह करीब आठ बजे घटनास्थल पहुंचकर एसपी विजय ढुल ने भी मौके का मुआयना किया।एसपी विजय ढुल ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे पुलिस को दुलही गन्ना क्रय केंद्र पुल के पास हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची की लोकेशन मिली, जिसके बाद पहले से ही पुलिस हमले को लेकर किरकिरी झेल रही पुलिस ने तौकीर की गिरफ्तारी के लिए दुलही साइफन के पास उसे घेर लिया। स्वा़ट टीम समेत निघासन इंस्पेक्टर डीके सिंह, ढखेरवा चौकी इंचार्ज लाल बहादुर मिश्र व अन्य पुलिस बल ने जब तौकीर को घेर लिया तो उसने एक बार फिर पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में तौकीर के तमंचे से निकली कोतवाल डीके सिंह को जा लगी।गनीमत रही की वह बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे, जिससे बाल-बाल बच गए। वहीं पुलिसिया फायरिंग में तौकीर उर्फ मिर्ची के बायें पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया और गिरफ्तार कर पहले सीएचसी और बाद में फिर बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।कोतवाल डीके सिंह की तहरीर पर पुलिस ने 307, 333, 323, व आईपीसी की धारा सात सीएलएएएक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके अलावा उसके पास से एक अदद पोनिया 12 बोर, दो खोखा कारतूस, चार जिंदा कारतूस बरामद किया है।
गिरे, संभले पर दबोच लिया अपराधी
पुलिस टीम जब आरोपी मिर्ची को पकड़ रही थी। इसी बीच थाने के सिपाही वसीम हासमी का पैर फिसल गया और वह गिर गए। हालांकि, फौरन संभलने के बाद उन्होंने आरोपी को दबोच लिया।
पसीने से भीगी थी पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह समेत अन्य पुलिस टीम जब मिर्ची को सीएचसी लेकर आई, उस समय पूरी टीम पसीने से तर थी। कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर जब पुलिस और एसओजी मौके पर घेराबंदी कर तौकीर को पकड़ने की कोशिश कर रही थी कि तभी उसने उन पर फायरिंग कर दी। बताया कि बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से वह बच गए।
नेपाल भागने की फिराक में था मिर्ची
लखीमपुर और बहराइच के बॉर्डर के इलाके में अपना ठिकाना बना चुका मिर्ची सोमवार को चौकी इंचार्ज पर हमला करने के बाद मंगलवार को नेपाल भागने की फिराक में था। प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह ने बताया कि यदि पुलिस उसे गिरफ्तार न करती तो शायद वह नेपाल चला जाता, जिससे उसे पकड़ने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता।
टीम में यह रहे मौजूद
तौकीर उर्फ मिर्ची को पकड़ने में सीओ पीके वर्मा, स्वाट टीम के अलावा प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह, ढखेरवा चौकी इंचार्ज लालबहादुर मिश्रा, कांस्टेबल वसीम हासमी समेत कई पुलिस कर्मी शामिल रहे।
एसपी पहुंचे निघासन कोतवाली, खंगाला मिर्ची का इतिहास
निघासन। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल मिर्ची को बुधवार की सुबह ही 6 बजकर 20 मिनट पर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था, जिसके करीब एक घंटे बाद एसपी विजय ढुल और एएसपी अरुण कुमार सिंह ने जिला अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत का जायजा लिया। बाद में करीब आठ बजे वह निघासन कोतवाली पहुंच गए। एसपी ने वहां मिर्ची का आपराधिक इतिहास खंगाला।एसपी ने बताया कि एक अदद तमंचा 12 बोर, दो खोखा कारतूस 12 बोर व चार अदद जिन्दा कारतूस 12 बोर की बरामदगी हुई है। बताया कि मामले में थाना निघासन में सुसंगत धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। संवाद
स्वाट टीम और निघासन पुलिस की कार्रवाई, बाल-बाल बजे कोतवाल
मिर्ची से तमंचा और कारतूस बरामद, जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
निघासन। सोमवार की रात चौकी इंचार्ज और एक सिपाही समेत चार पर फायरिंग के आरोपी हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची को स्वाट टीम और थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार तड़के मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दो बार पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर चुका मिर्ची तीसरी बार भी पुलिस पर फायरिंग करने से नहीं चूका। गनीमत रही कि बुलेट जैकेट पहने होने की वजह से कोतवाल डीके सिंह मिर्ची की फायरिंग में बाल-बाल बच गए। सुबह करीब आठ बजे घटनास्थल पहुंचकर एसपी विजय ढुल ने भी मौके का मुआयना किया।
एसपी विजय ढुल ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे पुलिस को दुलही गन्ना क्रय केंद्र पुल के पास हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची की लोकेशन मिली, जिसके बाद पहले से ही पुलिस हमले को लेकर किरकिरी झेल रही पुलिस ने तौकीर की गिरफ्तारी के लिए दुलही साइफन के पास उसे घेर लिया। स्वा़ट टीम समेत निघासन इंस्पेक्टर डीके सिंह, ढखेरवा चौकी इंचार्ज लाल बहादुर मिश्र व अन्य पुलिस बल ने जब तौकीर को घेर लिया तो उसने एक बार फिर पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में तौकीर के तमंचे से निकली कोतवाल डीके सिंह को जा लगी।
गनीमत रही की वह बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे, जिससे बाल-बाल बच गए। वहीं पुलिसिया फायरिंग में तौकीर उर्फ मिर्ची के बायें पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया और गिरफ्तार कर पहले सीएचसी और बाद में फिर बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
कोतवाल डीके सिंह की तहरीर पर पुलिस ने 307, 333, 323, व आईपीसी की धारा सात सीएलएएएक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके अलावा उसके पास से एक अदद पोनिया 12 बोर, दो खोखा कारतूस, चार जिंदा कारतूस बरामद किया है।
गिरे, संभले पर दबोच लिया अपराधी
पुलिस टीम जब आरोपी मिर्ची को पकड़ रही थी। इसी बीच थाने के सिपाही वसीम हासमी का पैर फिसल गया और वह गिर गए। हालांकि, फौरन संभलने के बाद उन्होंने आरोपी को दबोच लिया।
पसीने से भीगी थी पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह समेत अन्य पुलिस टीम जब मिर्ची को सीएचसी लेकर आई, उस समय पूरी टीम पसीने से तर थी। कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर जब पुलिस और एसओजी मौके पर घेराबंदी कर तौकीर को पकड़ने की कोशिश कर रही थी कि तभी उसने उन पर फायरिंग कर दी। बताया कि बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से वह बच गए।
नेपाल भागने की फिराक में था मिर्ची
लखीमपुर और बहराइच के बॉर्डर के इलाके में अपना ठिकाना बना चुका मिर्ची सोमवार को चौकी इंचार्ज पर हमला करने के बाद मंगलवार को नेपाल भागने की फिराक में था। प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह ने बताया कि यदि पुलिस उसे गिरफ्तार न करती तो शायद वह नेपाल चला जाता, जिससे उसे पकड़ने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता।
टीम में यह रहे मौजूद
तौकीर उर्फ मिर्ची को पकड़ने में सीओ पीके वर्मा, स्वाट टीम के अलावा प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह, ढखेरवा चौकी इंचार्ज लालबहादुर मिश्रा, कांस्टेबल वसीम हासमी समेत कई पुलिस कर्मी शामिल रहे।
एसपी पहुंचे निघासन कोतवाली, खंगाला मिर्ची का इतिहास
निघासन। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल मिर्ची को बुधवार की सुबह ही 6 बजकर 20 मिनट पर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था, जिसके करीब एक घंटे बाद एसपी विजय ढुल और एएसपी अरुण कुमार सिंह ने जिला अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत का जायजा लिया। बाद में करीब आठ बजे वह निघासन कोतवाली पहुंच गए। एसपी ने वहां मिर्ची का आपराधिक इतिहास खंगाला।
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