परिजन डॉक्टरों के आगे गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनीचिकित्सकों ने देवी का ऑपरेशन करने से इनकार करके फाइल फेंक दीइस संबंध में प्राचार्य डॉ. संजय काला ने कहा-मामले की जांच कराई जाएगीसुनील कुमार, आगरायूपी के आगरा में महिला अस्पताल के इमरजेंसी गेट के आगे इलाज के लिए तड़पती रही, लेकिन उसे भर्ती नहीं किया गया। महिला को भर्ती करने के लिए परिजन डॉक्टरों से गुहार लगाते रहे, पर डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा और महिला की मौत हो गई। एत्मादपुर के सवाई बिहारीपुर के रहने वाले बच्चू सिंह ने बताया कि पत्नी देवी को तबीयत बिगड़ने पर निजी चिकित्सकों को दिखाया था। इस पर उन्होंने 22 मई को अल्ट्रासाउंड कराया। जांच में डॉक्टरों ने आंत में इंफेक्शन बताया। मंगलवार सुबह देवी के पेट में असहनीय दर्द हुआ तो निजी डॉक्टर के यहां ले गए। यहां से डॉक्टर ने उसे एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। बच्चू सिंह पत्नी को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी गेट पर लेकर पहुंचे। तीन घंटे तक यहां उसे भर्ती नहीं किया गया और देवी इलाज के लिए तड़पती रही और गेट पर ही दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने फेंक दी फाइलेंदेवी के ससुर महावीर सिंह ने बताया कि जब वे एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो वहां स्टाफ ने खिड़की पर नंबर लगाने के लिए कहा। नंबर लगवाने के बाद फाइल अंदर भेजी गई। चिकित्सकों ने देवी का ऑपरेशन करने से इनकार करके फाइल को फेंक दी। आगरा में बैठे-बैठे लखनऊ में बचाई युवती की जान, UP पुलिस के इस कॉन्स्टेबल को सलामप्रिंसिपल से मिलने नहीं दियादेवी के पति बच्चू सिंह ने बताया कि जब चिकित्सक देवी को भर्ती नहीं कर रहे थे तो वह कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजय काला से मिलने पहुंचे, लेकिन उनके कार्यालय के बाहर तैनात गार्डों ने दुत्कार कर भगा दिया। वहीं, इस संबंध में प्राचार्य डॉ. संजय काला का कहना है कि मेरे संज्ञान में मामला आया है। ड्यूटी पर कौन चिकित्सक थे, इसकी पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
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