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Unnao News: पुलिस हिरासत में सब्जी विक्रेता की मौत, 3 पुलिसवालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद खत्म हुआ हंगामा

हाइलाइट्स:उन्नाव में एक सब्जी विक्रेता की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हंगामादो आरक्षी सहित तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड,तीनों के खिलाफ हत्या मुकदमा दर्जपरिवार का आरोप- कोरोना कर्फ्यू के दौरान सब्जी की दुकान लगाने को लेकर की पिटाई, हत्याउन्नावउत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सब्जी विक्रेता की मौत के बाद शुरू हुआ हंगामा दो आरक्षी सहित तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद खत्म हुआ। देर रात एएसपी के बयान के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज पाई। विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित अन्य कई नेताओं ने घटना पर रोष व्यक्त किया है।जानकारी के मुताबिक, बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के भटपुरी निवासी फैसल पुत्र इस्लाम सब्जी की दुकान लगाता था। कोरोना कर्फ्यू के दौरान सब्जी की दुकान लगाने पर पुलिस के साथ उसकी नोकझोंक हुई। मृतक के भाई मोहम्मद सुफियान ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया था कि विजय चौधरी ने पहले फैसल की डंडे से पिटाई की। सब्जी विक्रेताओं के विरोध करने पर विजय चौधरी मोटरसाइकल पर बैठा कर उसे अपने साथ ले गया। आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने बांगरमऊ कोतवाली प्रभारी के सामने पीट कर उसकी हत्या कर दी और बाद में शव को सीएचसी में छोड़ कर रफूचक्कर हो गए। फैसल की मौत के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर हंगामा करने लगे।मामले में शासन ने तलब की रिपोर्टदेर रात तक चले हंगामे के कारण बांगरमऊ से लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, कानपुर का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पुलिस हिरासत में हुई मौत पर कहा कि पुलिस को जनता के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। पुलिस घटना की निष्पक्ष जांच करे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतक के भाई से मोबाइल पर बातचीत की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पूर्व राज्य मंत्री शकील खान, सपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव भी मौके पर पहुंच गए। शासन ने घटना को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। तीन के खिलाफ मुकदमा दर्जघटना की जानकारी मिलने के बाद एएसपी शशि शेखर सिंह, सीओ सफीपुर, सीओ बांगरमऊ मौके पर पहुंच गए और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। इसी बीच पीएसी और कई थानों की पुलिस भी बुला ली गई। देर रात एएसपी ने परिजन को बताया कि तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 302 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी आरक्षी विजय चौधरी, सीमावत और एक होमगार्ड को निलंबित कर दिया गया है और तीनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया है। पीड़ित परिवार को आवास, मृतक के भाई को जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षण के बाद नौकरी आदि का भी आश्वासन दिया गया। पुलिस प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद रात 11 बजे के बाद हंगामा खत्म हुआ।