देर शाम पुलिस ने लिखी हत्या की रिपोर्ट, मां के साथ मामा और नाना को भी बनाया आरोपीसाल भर पहले सड़क किनारे पड़ा मिला था सफाईकर्मी का शवकई बार तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने नहीं दर्ज की थी रिपोर्ट
बिथरी चैनपुर। बच्चों की फरियाद पर बिथरी चैनपुर पुलिस ने साल भर पुरानी अपनी गलती सुधार ली। उनके वीडियो वायरल कर पिता की हत्या की जांच की मांग करने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। बच्चों ने अपनी मां और मामा पर ही हत्या का आरोप लगाया था। यह भी कहा था कि पुलिस उनके पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।बिथरी के गांव फरीदाबाद के मृतक भानुप्रताप जिला पंचायत के सफाई कर्मचारी थे। पिछले साल जुलाई में उसका शव ट्रांसपोर्टनगर चौकी के पास सड़क किनारे खाई में पड़ा मिला था। पास ही में उनकी बाइक भी पड़ी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ न होने पर उनका विसरा जांच के लिए भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट में भानु प्रताप की मौत का कारण जहर को बताया गया। इसके बाद उनके घर वालों ने उनकी पत्नी और ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि सरकारी नौकरी के लिए भानु प्रताप की हत्या की गई है। उन्होंने थाना बिथरी चैनपुर में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की।भानुप्रताप के घर वालों ने बृहस्पतिवार को फिर इसकी शिकायत एसएसपी ऑफिस में की। शुक्रवार सुबह भानु प्रताप के बच्चों आरती, आराधना और अभय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया। इसमें उन्होंने अपनी मां और मामा पर पिता की हत्या करने का सीधा आरोप लगाया। बच्चों ने वीडियो में कहा कि उनके पिता की हत्या 15 लाख रुपये और सरकारी नौकरी के लिए की गई है। पुलिस इसकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कर रही है। वीडियो वायरल होने के बाद शाम को पुलिस ने भानुप्रताप की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली।
पिता की ओर लिखी रिपोर्ट, बच्चों के सामने जहर पिलाने का आरोप
वीडियो वायरल होने के बाद बिथरी पुलिस ने शाम को भानु प्रताप के पिता रामगोपाल को थाने बुलाकर तहरीर ली। तहरीर के आधार पर उसकी पत्नी कमलेश, ससुर ओमप्रकाश, साले प्रहलाद, बलवीर और गुड्डू के खिलाफ हत्या कर साक्ष्य मिटाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली। रामगोपाल का यह भी आरोप है कि कमलेश के किसी और से संबंध थे। इसी कारण वह भानु प्रताप पर दबाव बनाकर उसके और बच्चों के साथ अपने मायके में रहने लगी थी। भानु के बच्चों ने उन्हें बताया है कि पिछले साल आठ जुलाई को आरोपियों ने उनके बेटे को गिलास में डालकर कुछ पिलाया और इंजेक्शन भी दिया। इसके बाद उसे ले जाकर ट्रांसपोर्टनगर के पास फेंक दिया। एक एंबुलेंस वाले ने भानु प्रताप को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई।
देर शाम पुलिस ने लिखी हत्या की रिपोर्ट, मां के साथ मामा और नाना को भी बनाया आरोपी
साल भर पहले सड़क किनारे पड़ा मिला था सफाईकर्मी का शव
कई बार तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने नहीं दर्ज की थी रिपोर्ट
बिथरी चैनपुर। बच्चों की फरियाद पर बिथरी चैनपुर पुलिस ने साल भर पुरानी अपनी गलती सुधार ली। उनके वीडियो वायरल कर पिता की हत्या की जांच की मांग करने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। बच्चों ने अपनी मां और मामा पर ही हत्या का आरोप लगाया था। यह भी कहा था कि पुलिस उनके पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।
बिथरी के गांव फरीदाबाद के मृतक भानुप्रताप जिला पंचायत के सफाई कर्मचारी थे। पिछले साल जुलाई में उसका शव ट्रांसपोर्टनगर चौकी के पास सड़क किनारे खाई में पड़ा मिला था। पास ही में उनकी बाइक भी पड़ी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ न होने पर उनका विसरा जांच के लिए भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट में भानु प्रताप की मौत का कारण जहर को बताया गया। इसके बाद उनके घर वालों ने उनकी पत्नी और ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि सरकारी नौकरी के लिए भानु प्रताप की हत्या की गई है। उन्होंने थाना बिथरी चैनपुर में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की।
भानुप्रताप के घर वालों ने बृहस्पतिवार को फिर इसकी शिकायत एसएसपी ऑफिस में की। शुक्रवार सुबह भानु प्रताप के बच्चों आरती, आराधना और अभय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया। इसमें उन्होंने अपनी मां और मामा पर पिता की हत्या करने का सीधा आरोप लगाया। बच्चों ने वीडियो में कहा कि उनके पिता की हत्या 15 लाख रुपये और सरकारी नौकरी के लिए की गई है। पुलिस इसकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कर रही है। वीडियो वायरल होने के बाद शाम को पुलिस ने भानुप्रताप की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली।
पिता की ओर लिखी रिपोर्ट, बच्चों के सामने जहर पिलाने का आरोप
वीडियो वायरल होने के बाद बिथरी पुलिस ने शाम को भानु प्रताप के पिता रामगोपाल को थाने बुलाकर तहरीर ली। तहरीर के आधार पर उसकी पत्नी कमलेश, ससुर ओमप्रकाश, साले प्रहलाद, बलवीर और गुड्डू के खिलाफ हत्या कर साक्ष्य मिटाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली। रामगोपाल का यह भी आरोप है कि कमलेश के किसी और से संबंध थे। इसी कारण वह भानु प्रताप पर दबाव बनाकर उसके और बच्चों के साथ अपने मायके में रहने लगी थी। भानु के बच्चों ने उन्हें बताया है कि पिछले साल आठ जुलाई को आरोपियों ने उनके बेटे को गिलास में डालकर कुछ पिलाया और इंजेक्शन भी दिया। इसके बाद उसे ले जाकर ट्रांसपोर्टनगर के पास फेंक दिया। एक एंबुलेंस वाले ने भानु प्रताप को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई।
मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। विवेचना करके आगे की कार्रवाई की जाएगी। – मनोज त्यागी, इंस्पेक्टर, बिथरी चैनपुर
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