नीलेश सिंह, जौनपुर
उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित सोंधी ब्लॉक के लपरी गांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद से अब तक करीब 20 लोगों की सांस फूलने और बुखार व पेट दर्द से मौत हो चुकी है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस खबर से बेखबर है। जानकारी के मुताबिक, पंचायत चुनाव के बाद से लपरी गांव में अबतक हुईं करीब 2 दर्जन लोगों की मौतों से गांव में खौफ का माहौल है। हैरान करने वाली बात ये है कि लगातार हो रहीं मौतों की खबर फैलने के बाद जब स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए गांव में पहुंची तो वहां से उसे कथित तौर पर गाली देकर भगा दिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गांव में अभी भी बड़ी संख्या में लोग बीमार चल रहे हैं। आरोप है कि गांव में आशा बहुएं एवं आंगनबाड़ी सहायिकाएं अपनी जिम्मेदारी ठीक तरह से नहीं निभा रही हैं। गांव के लोगों से जब संपर्क किया गया तो अध्यापक आज़म खान ने जानकारी दी कि पंचायत चुनाव के बाद से लोग बीमार पड़ गए जिनमें कई लोगों की मृत्यु हो गई।
ग्राम प्रधान ने की मौतों की पुष्टि
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पंचायत चुनाव के तीसरे दिन से लोगों में सांस फूलने तथा पेट में मरोड़ दर्द व बुखार के लक्षण सामने आने लगे थे। इसके बाद औसतन हर रोज एक से दो लोगों की मौत हो जाती थी। इस संबंध में नवनिर्वाचित प्रधान इरशाद अहमद और पूर्व प्रधान प्रेम चंद यादव ने इस बात कि पुष्टि की है कि अब तक करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कोरोना वायरस के सिम्टम्स नहीं थे।
क्या बोले जिम्मेदार
इस मामले में जब गांव की एएनएम अंजू कौल से बात की गई तो उन्होंने इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार कर दिया। सोंधी ब्लॉक पीएचसी प्रभारी डॉ रमेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मौतों का आंकड़ा देना हमारा काम नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सैंपलिंग के लिए हमारी टीम आज गांव में गई थी लेकिन लोगों ने गाली देकर भगा दिया।
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