गोरखपुरयूपी के गोरखपुर में एक ऐंबुलेंस चालक का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां ऐंबुलेंस के तय रेट से ज्यादा एक चालक ने पैसे मांगे। यही नहीं उसने मरीज को धमकी की पैसे नहीं दिए तो रास्ते में उतार दूंगा। इसके बाद मरीज के परिजनों को पैसे देने पड़े। सूचना पर पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है।पहले तीन हजार मांगेप्रशासन और पुलिस की सख्ती के बावजूद ऐंबुलेंस संचालकों की मनमानी नहीं रुक रही है। गुरुवार को देवरिया जिले के रुद्रपुर के रहने वाले रविंद्र कुशवाहा की तबीयत खराब होने पर उन्हें गोरखपुर के दाउदपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां जांच में कोरोना पॉजिटिव होने पर चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए एक निजी ऐंबुलेंस चालक से मरीज के स्वजनों ने बात की तो चालक ने 3000 की मांग की। रास्ते में चालक 2000 रुपये की और डिमांड करने लगा और धमकी दी कि रुपये नहीं दोगे तो मरीज को रास्ते में ही उतार दूंगा। मजबूरी में स्वजनों को 2000 रुपये और देने पड़े। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर स्वजनों ने इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज चौकी इंचार्ज को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ऐंबुलेंस को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में ले लिया।चालक को हिरासत में लिया वहीं, इस मामले में थाना प्रभारी गुलहरिया विनोद अग्निहोत्री का कहना है कि तहरीर मिली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ऐंबुलेंस को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में लिया गया है। चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि पिछले दिनों पीड़िता से ऐंबुलेंस संचालक और चालकों द्वारा मनमानी की शिकायत मिलन के बाद जिला प्रशासन ने शहर के अंदर और बाहर किराया निर्धारित कर मनमानी करने वालों पर सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
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