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मथुरा: गांवों की ओर कोरोना, 17 हजार की आबादी पर एक उप स्वास्थ्य केंद्र, वह भी बंद, महोली में ज्यादातर लोग हैं बीमार

मथुरा
यूपी में अब धीरे-धीरे कोरोना अपना पैर पसार रहा है। वहीं, गांवों में न तो कोरोना की जांच की सुविधा है और न ही सैनेटाइजेशन कराया जा रहा है। गांवों में अधिकतर लोग सर्दी-जुकाम और बुखार के मिल रहे हैं, लेकिन कोई भी जांच नहीं कराना चाहता है, जो जांच कराना भी चाह रहे हैं तो यहां बने स्वास्थ्य केंद्र बंद हैं।

मथुरा जिले के गांव महोली में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण लोगों के अच्छी सुविधा मिलने के मकसद से कराया गया था, लेकिन कोरोना के भय से ना तो यहां डॉक्टर आते हैं और न ही स्टाफ का कोई सदस्य मौजूद रहता है। अब ऐसे में कोई उप स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराने के लिए आता है तो वह मायूस होकर लौट जाता है।

17 हजार की आबादी वाले इस गांव महोली में बना उप स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटक रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात केंद्र प्रभारी और उनका स्टाफ 15 दिन से लापता है। वहीं, गांवों के लोगों को कोरोना का डर सताने लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में कई लोग कोरोना पॉजिटिव निकले चुके हैं। धीरे-धीरे कोरोना गांव में भी पैर पसार रहा है, लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कर्मचारी नदारद हैं।

कुछ ही दिन में 2 लोगों की हुई है मौत
ग्रामीण खेमचंद बघेल ने बताया कि 15 दिन से लगातार उप स्वास्थ्य केंद्र के चक्कर लगा रहा हूं। हर दिन गेट पर ताला लगा होने के कारण यहां से लौटना पड़ता है। कोई भी डॉक्टर कोरोना की वजह से उप केंद्र पर नहीं आ रहा है। इस गांव में कुछ ही दिन में बुखार से दो लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि दोनों की मौत कोरोना से हुई है या अन्य बीमारी से हुई है।

लोगों में डर
वहीं, युवा जगराम ने कहा कि गांव में ज्यादातर लोग सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित हैं। किसी की भी जांच नहीं हो रही है और न ही गांव में सैनेटाइजेशन किया जा रहा है। कुछ दिनों में गांव में दो लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद से गांव के लोग डरे हुए हैं।

कोविड-19 के नोडल अधिकारी लीपापोती में लगे
गांव महोली के उप स्वास्थ्य केंद्र पर ताला जड़ा होने को लेकर कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारी टीम लगातार गांव में सर्वे कर रही है और लोगों को दवाइयां मुहैया करा रही है। उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टरों को कोविड-19 के हॉस्पिटलों में तैनात किया गया है।