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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश भर के स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ बातचीत के बाद 10वीं के छात्रों के प्रमोशन के नियम तय कर दिए हैं। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि 10वीं कक्षा में एक भी परीक्षा नहीं लेने वाले स्कूलों को अपने बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा लेनी होगी। बोर्ड का कहना है कि 10वीं का छात्र कोरोना संक्रमित है अथवा किसी कारण से स्कूल ऑनलाइन परीक्षा लेने की स्थिति में नहीं हैं तो ऐसे छात्रों का रिजल्ट नौवीं के वार्षिक परिणाम के आधार पर जारी किया जाएगा। बोर्ड ने रिजल्ट तैयार करने के लिए स्कूलों को 15 मई तक का समय दिया है।सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने देश भर के स्कूलों के साथ वेबिनार में कहा कि जिन छात्रों ने यूनिट टेस्ट, प्री-बोर्ड, अर्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं दिया है, ऐसे सभी छात्रों का ऑनलाइन मूल्यांकन किया जाए। यह ऑनलाइन मूल्यांकन स्कूल की परीक्षा समिति करे। मूल्यांकन के बाद परीक्षा समिति 15 मई रिजल्ट तैयार कर ले। बैठक में शामिल प्रधानाचार्यों ने बताया कि बोर्ड की ओर से आयोजित वेबिनार में मिले निर्देशों के आधार पर जल्द छात्रों का असेसमेंट करके रिजल्ट तैयार कर लिया जाएगा।
इंटरनल असेसमेंट में पास नहीं हुए तो देनी होगी कंपार्टमेंट परीक्षा
भारद्वाज ने कहा कि बच्चे स्कूल की ओर से इंटनरल असेसमेंट में पास नहीं होंगे। ऐसे छात्रों के लिए स्कूल स्तर पर कंपार्टमेंट परीक्षा कराई जाएगी। सीबीएसई की ओर से ऑनलाइन असेसमेंट के लिए सैंपल पेपर भेजा जाएगा। स्कूल सैंपल पेपर के आधार पर अपने प्रश्नपत्र तैयार करेंगे। स्कूल स्तर पर तैयार होने वाले रिजल्ट से यदि कोई छात्र असंतुष्ट है तो वह बोर्ड की ओर से होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकता है। यह परीक्षा कोरोना संकट थमने के बाद कराई जा सकती है।
सभी स्कूलों को 80 नंबर का असेसमेंट कराना जरूरी
ऑनलाइन परीक्षा पूरी कराने अथवा नहीं कराने वाले दोनों तरह के स्कूलों के लिए 80 नंबर का असेसमेंट कराना अनिवार्य है। स्कूलों को 25 मई तक असेसमेंट का काम पूरा करके पूरा रिजल्ट तैयार कर लेना है। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि स्कूल के बीते तीन साल के रिजल्ट के औसत के आधार पर 10वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश भर के स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ बातचीत के बाद 10वीं के छात्रों के प्रमोशन के नियम तय कर दिए हैं। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि 10वीं कक्षा में एक भी परीक्षा नहीं लेने वाले स्कूलों को अपने बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा लेनी होगी। बोर्ड का कहना है कि 10वीं का छात्र कोरोना संक्रमित है अथवा किसी कारण से स्कूल ऑनलाइन परीक्षा लेने की स्थिति में नहीं हैं तो ऐसे छात्रों का रिजल्ट नौवीं के वार्षिक परिणाम के आधार पर जारी किया जाएगा। बोर्ड ने रिजल्ट तैयार करने के लिए स्कूलों को 15 मई तक का समय दिया है।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने देश भर के स्कूलों के साथ वेबिनार में कहा कि जिन छात्रों ने यूनिट टेस्ट, प्री-बोर्ड, अर्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं दिया है, ऐसे सभी छात्रों का ऑनलाइन मूल्यांकन किया जाए। यह ऑनलाइन मूल्यांकन स्कूल की परीक्षा समिति करे। मूल्यांकन के बाद परीक्षा समिति 15 मई रिजल्ट तैयार कर ले। बैठक में शामिल प्रधानाचार्यों ने बताया कि बोर्ड की ओर से आयोजित वेबिनार में मिले निर्देशों के आधार पर जल्द छात्रों का असेसमेंट करके रिजल्ट तैयार कर लिया जाएगा।
इंटरनल असेसमेंट में पास नहीं हुए तो देनी होगी कंपार्टमेंट परीक्षा
भारद्वाज ने कहा कि बच्चे स्कूल की ओर से इंटनरल असेसमेंट में पास नहीं होंगे। ऐसे छात्रों के लिए स्कूल स्तर पर कंपार्टमेंट परीक्षा कराई जाएगी। सीबीएसई की ओर से ऑनलाइन असेसमेंट के लिए सैंपल पेपर भेजा जाएगा। स्कूल सैंपल पेपर के आधार पर अपने प्रश्नपत्र तैयार करेंगे। स्कूल स्तर पर तैयार होने वाले रिजल्ट से यदि कोई छात्र असंतुष्ट है तो वह बोर्ड की ओर से होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकता है। यह परीक्षा कोरोना संकट थमने के बाद कराई जा सकती है।
सभी स्कूलों को 80 नंबर का असेसमेंट कराना जरूरी
ऑनलाइन परीक्षा पूरी कराने अथवा नहीं कराने वाले दोनों तरह के स्कूलों के लिए 80 नंबर का असेसमेंट कराना अनिवार्य है। स्कूलों को 25 मई तक असेसमेंट का काम पूरा करके पूरा रिजल्ट तैयार कर लेना है। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि स्कूल के बीते तीन साल के रिजल्ट के औसत के आधार पर 10वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
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