मथुराधार्मिक नगरी वृंदावन में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। नवजात के अविकसित लिंग को छुपाने की खातिर नवजात को लोहे के तसले में डालकर यमुना में बहा दिया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने तत्तपरता दिखाते हुए बच्चे की जान बचा ली गयी। अब इस नवजात को जिला अस्पताल के चाइल्ड केयर यूनिट में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। वृंदावन की रामानुज नगर कॉलोनी के रहने वाला मुनेश कुमार चामुंडा घाट के समीप सुबह सबेरे मॉर्निंग वॉक के लिये गया था। तभी उसे यमुना में एक तसला तैरता दिखाई दिया। आशंकित युवक ने समीप ही टहल रहे अन्य लोगो को बुलाकर यमुना में तैरते उस तसले को निकाला तो सफेद रंग के कपड़े में लिपटा एक नवजात शिशु मिला। आनन-फानन में कंट्रोलरूम पर सूचना दी गई। सूचना पाते ही पीआरवी 4195 मौके पर जा पहुंची और अधिकारियों को सूचित कर तत्काल शिशु को जिला अस्पताल की चाइल्ड केयर यूनिट में ले जाया गया। चाइल्ड लाइन केयर संस्था की देखरेख में है बच्चायहां डॉक्टरों ने नवजात का चिकित्सीय परीक्षण कर उसे पूरी तरह स्वस्थ बताया है। करीब तीन किलो वजनी शिशु के अविकसित लिंग होने की वजह से उसे चिकित्सक प्राथमिक तौर पर ट्रांसजेंडर बता रहे है। चिकित्सको के अनुसार सम्भवतः शिशु के अविकसित लिंग की वजह से ही उसे यमुना में बहा दिया है। नवजात को फिलहाल चाइल्ड लाइन केयर संस्था की देखरेख में दो दिन तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद राजकीय शिशु गृह भेज दिया जायेगा।
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