उन्नावफर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे दो भाइयों के खिलाफ विभाग ने सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है, जबकि एक भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दोनों भाई बलिया जनपद के रहने वाले हैं। विभागीय जांच के बाद दोनों ने कोर्ट से स्टे आर्डर भी ले लिया था। विभाग ने जांच नहीं रोकी, लेकिन अब बड़ी कार्रवाई की गई।2017 को प्रारंभ हुई थी जांचप्राथमिक विद्यालय रूपपुर चंदेला विकास खंड सफीपुर सहायक शिक्षक के रूप में कार्यरत रामाशीष यादव और शिवदयाल खेड़ा प्राथमिक विद्यालय हिलोली विकासखंड में कार्यरत शिक्षक राम भवन यादव के अभिलेखों की जांच 2017 में प्रारंभ हुई थी। जांच के दौरान यूनिवर्सिटी ने दोनों के अभिलेखों को फर्जी प्रमाणित किया था। यूनिवर्सिटी से मिली जानकारी के आधार पर दोनों की सेवा समाप्त कर दी गई। साथ ही एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया था। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी सफीपुर अरुण अवस्थी ने बताया कि शिक्षक के खिलाफ विगत बुधवार 5 मई को मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं, हिलोली विकासखंड के एसडीआई ने बताया कि बीमारी के कारण मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है।स्टे ले लिया थाबीएसए प्रदीप कुमार पांडे ने बताया कि दोनों के खिलाफ 2017 से जांच चल रही है। यूनिवर्सिटी से शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसी बीच दोनों ने कोर्ट से विभागीय कार्रवाई के खिलाफ स्टे ले लिया था, लेकिन विभागीय जांच जारी थी। बलिया निवासी दोनों शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए जाने के बाद अप्रैल महीने में सेवा समाप्त कर दी गई थी। सफीपुर और हिलौली विकासखंड के एसडीआई को दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए। सफीपुर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि एसडीआई की तहरीर पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ आईपीसी की धारा 467 /468/ 471 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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