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Kanpur Zila Panchayat News: जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर SP-BJP का दावा… जोड़-तोड़ में जुटे दोनों दल… निर्दलीय सदस्य बने ट्रंप कार्ड

सुमित शर्मा, कानपुरउत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में बीजेपी को बहुत उम्मीदें थीं। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पंडित पंचायत चुनाव को सेमी फाइनल के रूप में देख रहे थे, जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा। जिला पंचायत चुनाव के परिणामों ने एसपी-बीएसपी को नई ऊर्जा देने का काम किया है। वहीं, बीजेपी परिणामों से संतुष्ट नहीं है। यदि कानपुर की बात की जाए तो एसपी ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी है। एसपी और बीजेपी दोनों ही दल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दावा कर रहे हैं।कानपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष किस पार्टी का होगा, यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन दोनों ही दल जोड़तोड़ की राजनीति करने में जुट गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय सदस्यों की भूमिका सबसे अहम है। जीते हुए निर्दलीय सदस्य किसी ट्रंप कार्ड से कम नहीं है। जानकारी के मुताबिक, बीजेपी निर्दलीय सदस्यों के साथ ही साथ बीएसपी में भी सेंधमारी करने की फिराक में है, क्योंकि बीजेपी को जादुई आकड़ा छूने के लिए निर्दलीय सदस्यों के आलावा भी दो सदस्यों की जरूरत पडे़गी।क्या है बहुमत के लिए जादुई आकड़ाकानपुर में जिला पंचायत सदस्य के लिए 32 सीटें हैं। किसी भी पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए बहुमत का आकड़ा 17 है। रविवार, सोमवार और मंगलवार तक चलने वाली कांउटिंग में एसपी समर्थित 12 सदस्यों ने जीत हासिल की है। वहीं, बीजेपी समर्थित 09 सदस्यों को जीत मिली है। बीएसपी समर्थित 5 सदस्यों ने जीत दर्ज की है। इसके साथ ही 6 निर्दलीय सस्दय जीते हैं।जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी को जादुई आकड़ा छूने के लिए 08 सदस्यों की जरूरत है। यदि बीजेपी 6 निर्दलीय सदस्यों को भी शामिल कर लेती है तो इसके बाद भी बहुमत के तक नहीं पहुंच पा रही है। इस स्थिति में बीजेपी अपनी विरोधी बीएसपी के सदस्यों में सेंधमारी करने की कोशिश में है। वहीं, एसपी के 12 समर्थित सदस्यों ने जीत दर्ज की है। एसपी को बहुमत का आकड़ा छूने के लिए पांच सदस्यों की जरूरत है। यदि निर्दलीय सदस्य एसपी को समर्थन देते हैं तो एसपी का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय है।बीएसपी हुई सतर्कजिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी बीएसपी में सेंधमारी कर सकती है। इन संभावनाओं को देखते हुए बीएसपी की जिला इकाई कमेटी सतर्क हो गई है। कानपुर नगर और ग्रामीण के पदाधिकारी अपने जीते हुए सदस्यों के संपर्क में हैं। बीएसपी बसपा के पदाधिकारियों का कहना है कि बीएसपी समर्थित सदस्य किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं देंगें।