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कोरोना महामारी के इस बुरे दौर में मदद मांगिए पर फोन नंबर न करें शेयर, साइबर ठगों की है नजर

ग्रेटर नोएडाकोरोना महामारी के दौर में हर शख्स परेशान है। किसी को अपने परिजन के इलाज के लिए बेड चाहिए तो कोई अपने परिजन के लिए प्लाज्मा मांग रहा, कोई ऑक्सिजन की गुहार लगा रहा है। कोरोना से जंग लड़ रहे परिजनों के लिए इंजेक्शन, ऑक्सिजन व किसी अस्पताल में एक बेड के इंतजाम कराने के लिए सोशल मीडिया पर अपना मोबाइल नंबर देकर लोग गुहार लगा रहे हैं। मदद मांग रहे लोगों के नंबर पर साइबर ठगों की नजर है। साइबर एक्सपर्ट्स बता रहे कि महामारी के दौर में जहां साइबर ठग सक्रिय हैं। वहीं मार्केटिंग कंपनियां ऑक्सिजन सिलिंडर से लेकर इंजेक्शन मिलने के नाम पर अपना नंबर वायरल करके डाटा बटोरने में जुटी हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि अपनों की मदद के लिए मोबाइल नंबर सार्वजनिक करने वाली महिलाओं को आपत्तिजनक संदेश और चित्र भी कुछ मनचले भेज रहे हैं।मांगी मदद तो आने लगे लॉटरी के मेसेजग्रेटर नोएडा के बीटा 2 में रहने वाले पंकज के बुजुर्ग पिता कोरोना के शिकार हो गए, उनके इलाज के लिए वह फोन नंबर के साथ सोशल मीडिया पर लोगों से मदद मांगी। मदद के लिए अपनों के फोन कम इनके पास लॉटरी लगने के तमाम मेसेज आने शुरू हो गए। जिन नंबर से यह मेसेज आ रहे थे उस पर कॉल किया तो उनको बिजी मिले या घंटी जाने के बाद कोई रिप्लाई नहीं मिला। पिता का एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। पंकज ने अपने साइबर एक्सपर्ट मित्र से चर्चा की तो उसने बताया कि आपदा की इस घड़ी में मदद मांगने वालों में ठगने का अवसर साइबर ठग तलाश रहे हैं।बुजुर्ग के लिए मांगी मदद, मनचलों ने भेजे अश्लील मेसेजफेसबुक पर पड़ोस में रहने एक बुजुर्ग कोरोना मरीज के इलाज में भर्ती के लिए मदद मांगने वाली ग्रेटर नोएडा के अल्फा वन की मंजू (नाम परिवर्तित) को आपदा की इस घड़ी में सदमा सा लगा। वह बोलीं, ‘दुनिया जब इस महामारी से बचने के लिए खुद के साथ लोगों की मदद कर रहे हैं तो कुछ लोग उनके नंबर पर अश्लील संदेश भेजने लगे।’ बुजुर्ग की सेवा में जुटी मंजू कहती है पहली प्राथमिकता महामारी से निकलना है,उसके बाद ऐसे लोगों को भी हम सबक सिखाएंगे।रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की थीग्रेटर नोएडा की मोनिका ने कोरोना से जूझते पति के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग करते हुए सोशल मीडिया पर आरडब्ल्यूए के ग्रुप पर सहायता मांगी। उनका संदेश कई लोगों ने अपने फेसबुक अकांउट पर पोस्ट कर दिए। उनके पास रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाने का दावा करने वाले तमाम लोगों को संदेश आने लगे, उन नंबरों पर कॉल करने पर फोन बंद या यह नंबर काम नहीं करने का संदेश ही सुनाई पड़ा। दो दिन बाद उनके पास साइबर ठगी करने वालों के संदेश अवश्य आने लगे।जिन महिलाओं के फोन पर आपित्तजनक संदेश भेजने की घटनाएं हुई हैं, वे निर्भय होकर इसकी सूचना पुलिस को दें। सूचना देने के लिए जरूरी नहीं है कि वह थाने आएं। वह मेरे फोन नंबर 8595902513 पर उन लोगों के फोन नंबर और उनके द्वारा भेजे गए संदेश अथवा चित्र प्रेषित कर दें। उनकी पहचान गुप्त रखते हुए फोन नंबर के आधार पर गलत कार्य करने वालों को ट्रेस करके उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।- विशाल पाण्डेय, एडीसीपी ग्रेटर नोएडामहामारी के दौर में साइबर ठग सक्रिय हैं। मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर शेयर करने से बचें। किसी भी अंजान नंबर से आए लिंक को क्लिक न करें। लाटरी निकलने के साथ फ्री में हेल्थ इंश्योरेंस सहित तमाम लुभावनी स्कीम के नाम पर लोग ठगने का प्रयास कर रहे हैं। आधारकार्ड नंबर, मोबाइल फोन पर किसी लुभावने स्कीम की लालच में किसी तरह की ओटोपी को भूलकर भी मत शेयर करें।-कार्तिक कुमार, साइबर एक्सपर्ट