बढ़ती तपिश और चिलचिलाती गर्मी जल्द ही बारिश कराएगी। ऊष्ण चक्रवात के प्रभाव से होने वाली यह बारिश कोरोना संक्रमण के प्रसार से भी राहत दिलाएगी। बृहस्पतिवार की शाम अचानक बादलों की धमाचौकड़ी ने मौसमी उठापटक का संकेत दिया। मौसम विज्ञानी प्रोफेसर एचएन मिश्रा के मुताबिक सप्ताह भर में ऊष्ण चक्रवात की सक्रियता से तेज बारिश हो सकती है। इससे कोरोना से भी राहत मिलेगी।बुधवार को रिकार्ड स्तर पर टिका पारा 24 घंटे में ही बादलों के कारण नीचे आया। अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम तापमान करीब तीन डिग्री बढ़कर 25 डिग्री सेल्सियस मापा गया। आर्द्रता अधिकतम 36 और न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस रही। न्यूनतम तापमान बढ़ने से रात में भी गर्मी का प्रकोप बढ़ा है। शाम को धूप तो गुम रही पर लू से लोग परेशान रहे। कहीं तेज हवाएं चलीं तो शहर के अधिकतर हिस्सों में बूंदाबांदी भी हुई। शाम से रात तक बादलों की आवाजाही बनी रही। मौसम विज्ञानी प्रोफेसर एचएन मिश्रा ने बताया कि वैज्ञानिकों के शोध में सामने आया है कि मौसम में बदलाव कोरोना संक्रमण की कमी में प्रभावी भूमिका निभाएगा। शोध पत्र के मुताबिक कोरोना वायरस तीन तरह से प्रभावी है। स्पर्श (कंटैजियस), विस्तार (एक्सपेंसिव) और मेढ़क की चाल ( लीप फ्रांगिंग) की स्थितियों में कोरोना वायरस हवा में तैर रहा है। तेज गर्मी के बाद तेज बारिश होने से वायुमंडल से वायरस का प्रभाव कम होगा। प्रोफेसर मिश्रा के मुताबिक चक्रवाती हवाओं का प्रभाव दिख गया है। सप्ताह भर में तेज बारिश के आसार हैं। 15 मई तक कई बार धूप छांव के बीच बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
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