शाहजहांपुरशाहजहांपुर में यूपी पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान एक शिक्षिका की हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर जिला प्रशासन से किसी तरह की मदद न मिलने पर शिक्षिका ने ऑडियो और वीडियो जारी करके अपना दर्द बयां किया है। शिक्षिका तेज खांसी-बुखार से पीड़ित थी और उसके पति का बुधवार को ही कोविड-19 का टेस्ट हुआ है।अपर्णा नाम की शिक्षिका उच्च प्राथमिक विद्यालय बखिया ददरौल ब्लॉक में तैनात है, जिसकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में कलान ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय दसिया में लगाई गई थी। ड्यूटी से पहले महिला ने अधिकारियों को बताया था कि उसकी हालत खराब है, उसे तेज खांसी और बुखार की शिकायत है, लेकिन अधिकारियों ने जबरन उसे ड्यूटी पर भेज दिया। गुरुवार सुबह मतदान शुरू होते ही महिला की हालत बिगड़ गई। महिला को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिसके बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने शिक्षिका को स्कूल में ही जमीन पर लेटा दिया। इस दौरान शिक्षिका ने सेक्टर मजिस्ट्रेट से फोन पर बात करके चिकित्सीय मदद पहुंचाने की गुहार लगाई। शिक्षिका का आरोप है कि कई बार फोन करने के बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली। मदद न मिलने पर शिक्षिका ने अपना भावुक वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शिक्षिका का कहना है कि उसके पति का बुधवार को ही कोरोना जांच का सैंपल भेजा गया है। पति होम आइसोलेशन में है और उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जो घर पर अकेले हैं। शिक्षिका में भी कोविड-19 के लक्षण साफ दिखाई दे रहे थे।शिक्षिका का ये भी कहना है कि अगर उसे या उसके पति को कुछ हो जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। वहीं, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि उनके पास जैसे ही शिक्षिका के बीमार होने की सूचना आई, वैसे ही रिजर्व में तैनात कर्मचारी को शिक्षिका के स्थान पर तैनात कर दिया गया है और शिक्षिका को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भेज दिया गया है।
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