भदोहीभदोही जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए कोविड अस्पतालों में बेड खाली होने के बावजूद मरीजों को बेड मिल रहे थे। इसकी शिकायतों को देखते हुए जिलाधिकारी ने प्रत्येक कोविड अस्पताल पर सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की है और उनका मोबाइल नम्बर जारी किया है। दावा है कि मरीजों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बेड और अन्य सुविधा दिलाएंगे। जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए एक सरकारी और सात निजी अस्पतालों को जिला प्रशासन ने कोविड अस्पताल घोषित किया है। सभी अस्पतालों में कुल मिलाकर 300 से अधिक बेड हैं। इसमें महाराज बलवंत सिंह राजकीय एल टू कोविड अस्पताल और जीवनदीप हॉस्पिटल में सौ-सौ बेड, जीवनधारा 55, सूर्या ट्रामा 20, जिया हार्ट केयर 19, आनन्द हॉस्पिटल औराई 10, प्रतिमा 06, जीवन ज्योति में 04 बेड हैं। इसे लेकर जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा पत्र जारी कर बताया गया है कि उक्त अस्पतालों में बेड खाली होने के बावजूद मरीजों को भर्ती होने में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए प्रत्येक अस्पताल पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट उपलब्ध बेड के सापेक्ष मरीजों को भर्ती कराएंगे। इसके साथ ही अगर किसी मरीज का कोविड रिपोर्ट नेगेटिव है और उसमें कोविड के लक्षण या सांस फूलने जैसी समस्या है तो ऐसे मरीज महाराज चेतसिंह जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डीघ और सुरियावां में भर्ती हो सकते हैं। फोन ही नहीं उठाइसको लेकर जीवनदीप अस्पताल पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट और ज्ञानपुर एसडीएम चंद्रशेखर से जानकारी के लिए सुबह 09.53 पर फोन किया गया तो उनका फोन नहीं उठा। जीवनधारा अस्पताल के सेक्टर मजिस्ट्रेट और नायब तहसीलदार को फोन करने पर उनका नम्बर पहुंच के बाहर या स्विच ऑफ बताता रहा। इसके बाद महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के सेक्टर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार भदोही को फोन करने पर उन्होंने बेड की उपलब्धता लर बताया कि वर्तमान में सिर्फ दो बेड खाली हैं। मरीजों के आवश्यकता पर उन्हें भर्ती कराया जाएगा।
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