गोरखपुरगोरखपुर में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच एक बेहद हताश करने वाली खबर सामने आ रही है। यहां बेड नहीं मिलने की वजह से इलाज के अभाव में अवर अभियंता ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि इलाज के लिए उन्होंने लखनऊ तक के अफसरों से गुहार लगाई, लेकिन अस्पताल में बेड नहीं मिला, जिससे 42 वर्षीय अवर अभियंता विजयशंकर की मौत हो गई।भर्ती कराने के लिए भटकते रहे परिजनगोरखपुर के सिकरीगंज खंड विधनापार उपकेंद्र के 42 वर्षीय अवर अभियंता विजयशंकर बीते दिनों कोरोना से संक्रमित हो गए। घर पर होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा था। इस बीच बुधवार की शाम को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिजन कोविड अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए भटकते रहे, लेकिन बेड नहीं मिला। परिजनों ने आरोप लगाया है कि विजय शंकर की तबीयत बिगड़ने पर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारी अवर अभियंता को एडमिट कराने के लिए लखनऊ तक के अफसरों से गुहार लगाते रहे, लेकिन कहीं भी जगह नहीं मिली। रात में तकरीबन 9:30 बजे तारामंडल स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में जगह मिली, लेकिन एडमिट करने से पहले ही डॉक्टर ने अवर अभियंता को मृत घोषित कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, अवर अभियंता मूल रूप से देवरिया जिले के निवासी थे, गोरखपुर में कार्यरत थे, घर में पत्नी और बच्चे हैं। बता दें कि गोरखपुर रोज ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जब अस्पतालों में बेड नहीं मिलने से कोरोना संक्रमित इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।
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