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एसआरएन में नंदी सेवा संस्थान ने की ऑक्सीजन प्लांट लगाने की पेशकश

प्रयागराज में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ रहे मामले और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए नंदी सेवा संस्थान की ओर से अपने व्यय पर स्वरुपरानी नेहरू चिकित्सालय में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाने की पेशकश की है। इसके लिए संस्थान की ओर से जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है। संस्थान की ओर से कहा गया है कि अगर मंजूरी मिलती है तो 25 दिन के भीतर प्लांट लगाने के साथ ही ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।  नन्दी सेवा संस्थान के प्रवक्ता लल्लू लाल गुप्ता ने बताया कि संगठन के सदस्यों की बैठक में स्वरुपरानी नेहरू चिकित्सालय में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि के कारण ऑक्सीजन की बढ़ी खपत के बारे में चर्चा हुई। तय हुआ कि नंदी सेवा संस्थान जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रशासन से आवश्यक अनुमति प्राप्त करके अपने व्यय से एक ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कराएगा।इस प्लांट का निर्माण आरंभ होने के 25 दिनों के उपरांत मरीजों के सेवार्थ मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। डीएम को लिखे पत्र में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण करने वाली कंपनी के सक्षम अधिकारियों से वार्ता का भी जिक्र है। कहा गया कि हमें केवल जिला प्रशासन की ओर से अनुमति और आवश्यक औपचारिकता पूरी होने का इंतजार है, इसके तत्काल बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। गौरतलब है कि  शहर में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के घर तक भोजन पहुंचाने का काम नन्दी सेवा संस्थान के कार्यकर्त्ता प्रतिदिन कर रहे हैं।मोदी सरकार ने बंगलादेश को निर्यात कर दी ऑक्सीजन : रेवती रमणराज्य सभा सदस्य रेवती रमण सिंह रविवार को कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है। ऑक्सीजन की कमी से हर रोज कई जानें जा रही हैं। वहीं केंद्र की मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 की तिमाही में तकरीबन 9294 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बंगलादेश को निर्यात कर दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के ऐसे ही कई अदूरदर्शी निर्णय से देश की जनता की जान पर बन आई है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि दवाओं की कालाबाजारी पर सरकार तत्काल प्रभाव से नियंत्रण लगाए। साथ ही इस कार्य में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उधर सपा प्रदेश प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने कहा कि रामजन्म भूमि पर प्रतीकात्मक मंदिर गर्भगृह में निर्माण करा कर बाकी जगह पर विश्व के सबसे बड़े अस्पताल का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए अरबों रुपये चंदे के माध्यम से एकत्र हुए हैं। वहां अस्पताल बनने से कोरोना जैसी महामारी से लाखों लोगों की जान बच सकती है।