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कोरोना संक्रमण के कारण ऑल इंडिया स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षाओं का कार्यक्रम बिगड़ गया है। इन परीक्षाओं में इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ एवं मैनेजमेंट के साथ दूसरी प्रवेश परीक्षाएं शामिल हैं। ऑल इंडिया स्तर पर प्रवेश में देरी के चलते शैक्षिक सत्र 2021-22 पूरी तरह से प्रभावित होगा। शैक्षिक सत्र पिछड़ने पर संस्थानों को पुराने शैक्षिक सत्र की वार्षिक सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए समय निकालना कठिन होगा। जेईई, नीट, प्रबंधन जैसी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) करता है। इसमें जेईई मेंस की दो चरण की परीक्षा पूरी हो चुकी है। जेईई मेंस तय समय पर नहीं होने की स्थिति में देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) एवं भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों (ट्रिपलआईटी) जैसे संस्थानों में प्रवेश समय पर होना मुश्किल लगता है।दूसरी प्रवेश परीक्षाओं में नीट, सी-मैट, जेआरएफ, नेट एवं सीएसआईआर पर भी अनिर्णय की स्थिति है। जेईई मेंस की परीक्षा पिछड़ने की स्थिति में तीन जुलाई को प्रस्तावित जेईई एडवांस परीक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। जेईई एडवांस परीक्षा आईआईटी कानपुर करवा रहा है। देश के प्रमुख लॉ कॉलेजों एवं विवि में लॉ के बैचलर कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को क्लैट परीक्षा करानी है।जेईई मेंस की अप्रैल की परीक्षा स्थगितनेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेंस की 27 से 30 अप्रैल तक प्रस्तावित तीसरे चरण की परीक्षा स्थगित कर दी है। केंद्र सरकार ने सीबीएसई की दसवीं की परीक्षाओं को रद्द और बारहवीं की परीक्षा को स्थगित किया है। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षाएं स्थगित कर दी है। अभी नीट, जेईई मेंस की (अप्रैल एवं मई), सी-मैट, जेईई एडवांस, क्लैट, नेट, जेआरएफ सहित दूसरी परीक्षाएं होनी हैं। कोरोना की स्थिति नहीं सुधरी तो परीक्षाएं कराना कठिनइंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, प्रबंधन जैसी दूसरी प्रवेश परीक्षाएं कराने वाले संस्थानों के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं की जिम्मेदारी है। 2020-21 में सितंबर में जेईई मेंस और जेईई एडवांस की ऑनलाइन परीक्षा हुई थी। इस समय देश के अधिकांश राज्यों में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्थिति में है, ऐसे में स्थिति सामान्य हुए बिना प्रवेश परीक्षाएं कराना संभव नहीं होगा। प्रवेश परीक्षा देरी से होगी तो प्रवेश प्रक्रिया में देरी होगी और पढ़ाई भी देर से शुरू होगी। देश के टॉप के संस्थानों में पिछले शैक्षिक सत्र में अभी कोर्स पूरा करने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। जेईई मेंस, जेईई एडवांस के बाद प्रवेश पूरा करके नया सत्र सत्र शुरू होगा।
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कोरोना संक्रमण के कारण ऑल इंडिया स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षाओं का कार्यक्रम बिगड़ गया है। इन परीक्षाओं में इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ एवं मैनेजमेंट के साथ दूसरी प्रवेश परीक्षाएं शामिल हैं। ऑल इंडिया स्तर पर प्रवेश में देरी के चलते शैक्षिक सत्र 2021-22 पूरी तरह से प्रभावित होगा। शैक्षिक सत्र पिछड़ने पर संस्थानों को पुराने शैक्षिक सत्र की वार्षिक सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए समय निकालना कठिन होगा।
जेईई, नीट, प्रबंधन जैसी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) करता है। इसमें जेईई मेंस की दो चरण की परीक्षा पूरी हो चुकी है। जेईई मेंस तय समय पर नहीं होने की स्थिति में देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) एवं भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों (ट्रिपलआईटी) जैसे संस्थानों में प्रवेश समय पर होना मुश्किल लगता है।
दूसरी प्रवेश परीक्षाओं में नीट, सी-मैट, जेआरएफ, नेट एवं सीएसआईआर पर भी अनिर्णय की स्थिति है। जेईई मेंस की परीक्षा पिछड़ने की स्थिति में तीन जुलाई को प्रस्तावित जेईई एडवांस परीक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। जेईई एडवांस परीक्षा आईआईटी कानपुर करवा रहा है। देश के प्रमुख लॉ कॉलेजों एवं विवि में लॉ के बैचलर कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को क्लैट परीक्षा करानी है।
जेईई मेंस की अप्रैल की परीक्षा स्थगित
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेंस की 27 से 30 अप्रैल तक प्रस्तावित तीसरे चरण की परीक्षा स्थगित कर दी है। केंद्र सरकार ने सीबीएसई की दसवीं की परीक्षाओं को रद्द और बारहवीं की परीक्षा को स्थगित किया है। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षाएं स्थगित कर दी है। अभी नीट, जेईई मेंस की (अप्रैल एवं मई), सी-मैट, जेईई एडवांस, क्लैट, नेट, जेआरएफ सहित दूसरी परीक्षाएं होनी हैं।
कोरोना की स्थिति नहीं सुधरी तो परीक्षाएं कराना कठिन
इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, प्रबंधन जैसी दूसरी प्रवेश परीक्षाएं कराने वाले संस्थानों के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं की जिम्मेदारी है। 2020-21 में सितंबर में जेईई मेंस और जेईई एडवांस की ऑनलाइन परीक्षा हुई थी। इस समय देश के अधिकांश राज्यों में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्थिति में है, ऐसे में स्थिति सामान्य हुए बिना प्रवेश परीक्षाएं कराना संभव नहीं होगा। प्रवेश परीक्षा देरी से होगी तो प्रवेश प्रक्रिया में देरी होगी और पढ़ाई भी देर से शुरू होगी। देश के टॉप के संस्थानों में पिछले शैक्षिक सत्र में अभी कोर्स पूरा करने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। जेईई मेंस, जेईई एडवांस के बाद प्रवेश पूरा करके नया सत्र सत्र शुरू होगा।
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