असगर, सुलतानपुरस्वाथ्य मंत्री जेपी सिंह के प्रभार वाले जिले सुलतानपुर में स्वाथ्य सेवाएं पटरी से उतर गई हैं। जिले के हाकिम ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए छापेमारी कर कोरम पूरा कर रहे हैं, जबकि जिला अस्पताल की स्थिति ये है कि इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को घंटों ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध नहीं हो रहा। इमरजेंसी के बाहर फर्श पर बैठाकर मरीजों का इलाज हो रहा। इमरजेंसी में बेड तक नहीं मिलीकोतवाली नगर के बघराजपुर मोहल्ले निवासी सूरज भान अपनी मां भानमति को लेकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में इलाज के लिए पहुंचे। उनका आरोप है कि इमरजेंसी में चिकित्सक पहले तो उनकी मां को भर्ती ही नहीं कर रहे थे। काफी जद्दोजहद के बाद डाक्टरों ने उसे भर्ती भी किया तो न तो उसे बेड दिया न ऑक्सीजन सिलिंडर, जबकि उनका ऑक्सीजन लेबल 60 पर था। ऐसी हालत में वो इमरजेंसी कक्ष के बाहर मां को लेकर बैठे रहे।जश्लोक हास्पिटल ने लूटने के बाद भगायासूरज भान ने बताया कि उनकी मां भानमति को चेस्ट में इंफेक्शन है, वो पहले अपनी मां को लेकर जश्लोक हास्पिटल में गए थे। वहां मां के चेस्ट की जांच हुई और चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड कराया। रिपोर्ट में चेस्ट में इंफेक्शन के साथ टीवी के संक्रमण लगे तो लूटकर चिकित्सकों ने मां को हास्पिटल से निकाल दिया। अब जब सांस की समस्या आई तो जिला अस्पताल लेकर आए, जहां ऑक्सीजन सिलिंडर तक नहीं मिल रहा। हमने सांसद मेनका गांधी से मदद मांगी है। वहीं, जब इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से सूचना मिली है। सीएमएस से बात करके भर्ती कराया जा रहा है।
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