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Noida News: किसी तरह ऑक्सिजन सिलिंडर लेकर पहुंचे परिजन…लेकिन Covid वार्ड में भर्ती दो सगे भाइयों ने तोड़ा दम

हाइलाइट्स:नोएडा के अस्पताल में कोरोना से दो सगे भाइयों की मौत कोविड वार्ड में भर्ती थे दो भाई, हार गए जिंदगी की जंग परिजन ने किसी तरह जुटाया ऑक्सिजन, लेकिन हो गई देरनोएडा/गाजियाबादराजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के दो शहरों नोएडा और गाजियाबाद के अस्पताल बीते कुछ दिनों से ऑक्सिजन सप्लाई की कमी की शिकायत कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन हालात के नियंत्रण में होने का दावा कर रहा है। लेकिन नोएडा के बरौला में कोविड वार्ड में भर्ती दो सगे भाइयों ने दम तोड़ दिया। प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले सुनील गहलोत (43) और पेशे से वकील नटवर गहलोत (41) ने 17 अप्रैल को सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की थी। उनका ऑक्सिजन लेवल भी 90 से नीचे चला गया। लेकिन बिना कोविड टेस्ट रिपोर्ट के हॉस्पिटल ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया। किसी तरह से अल्फा 2 के नवीन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। नटवर के रिश्तेदार नितिन ने बताया, ‘उनकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल मैनेजमेंट ने उनके लिए ऑक्सिजन का प्रबंध करने को कहा। हमने किसी तरह से 10 किलो सिलिंडर का इंतजाम किया और रविवार की शाम उन्हें अस्पताल प्रशासन को सौंप दिया। सोमवार की रात दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। सुनील ने रात 8 बजे दम तोड़ा, जबकि नटवर की मौत सुबह 4 बजे हो गई।’ गाजियाबाद और नोएडा में कम से कम 12 अस्पतालों ने बुधवार को ऑक्सिजन की कमी रिपोर्ट की। नोएडा सेक्टर 39 के सरकारी अस्पताल की हालत खराब है। सेक्टर 29 के भारद्वाज हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा में शर्मा और Promhex अस्पताल में भी ऑक्सिजन की भारी डिमांड है। यही हाल गाजियाबाद के इंदिरापुरम के एक नामी हॉस्पिटल का है, जिसके पास कुछ घंटे का ऑक्सिजन ही बचा है। शांति गोपाल हॉस्पिटल में एक मरीज के अटेंडेंट ने बताया, ‘हमें पता चला है कि अस्पताल में ऑक्सिजन का स्टॉक बहुत कम बचा हुआ है। सभी 25 मरीजों को ऑक्सिजन सपॉर्ट की जरूरत पड़ेगी। मैनेजमेंट के पास ऑक्सिजन खत्म होने की स्थिति में मरीजों को डिस्चार्ज करने के सिवा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।’कुछ घंटे के अंतराल पर तोड़ा दम