गोरखपुरवर्दी का एक सुकून देने वाला चेहरा गोरखपुर के रेलवे स्टेशन पर दिखा, जहां खाकी की गोद में एक नन्हीं जिंदगी मुस्कुराती दिखी। बिहार जाने के लिए एक महिला स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान उसे प्रसव पीड़ा हुई और वह तड़पने लगी। सूचना पर मौके पर पहुंची महिला दारोगा ने पीड़ित महिला का प्रसव कराया और उसे डाक्टरी चेकअप के बाद अपने गंतव्य तक भेजने में मदद की।कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोग अपने अपने घरों को पहुंचने की जल्दी में हैं। इसी बीच गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर एक गर्भवती महिला आयशा खातून अपने ससुर के साथ हरदोई से नरकटियागंज जाने के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन के इंतजार में बैठी महिला को रविवार रात 10:30 बजे के आसपास प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और वह तड़पने लगी। आरपीएफ पोस्ट पर मौजूद महिला आरक्षी ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी।सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची आरपीएफ की महिला दारोगा प्रियंका सिंह ने अपनी अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पीड़ित महिला की मदद की और प्रसव कराते हुए महिला और उसकी नन्हीं जान को मुस्कुराने का मौका दिया।महिला के प्रसव के उपरांत मौके पर यात्री मित्र मनोज वर्मा डॉक्टर के साथ पहुंचे डॉक्टर ने महिला और नवजात के स्वास्थ्य की जांच की। दारोगा प्रियंका सिंह और उसके साथियों ने महिला और नवजात को ट्रेन में बैठाकर उसे उसके गंतव्य तक भेजने में मदद की। इस दौरान महिला और उसके ससुर पुलिस के इस रूप को देखकर उनकी प्रशंसा और दुआएं देते रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश की है, हम इसे ताउम्र नहीं भूल पाएंगे।
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