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Uttar Pradesh News: यूपी में रेमडेसिविर की जमाखोरी पर योगी सख्त, एनएसए के तहत ऐक्शन

लखनऊ कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच रेमडेसिविर की कालाबाजारी और जमाखोरी तेज हो गई है। ऐसे में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाया है। सीएम योगी ने रेमडेसिविर की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कानपुर में रेमडेसिविर की खेप के साथ पकड़े गए तीनों आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की गई है। यूपी के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अधिक संक्रमण वाले लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, वाराणसी, गोरखपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, मेरठ, झांसी, आगरा, गौतमबुद्धनगर आदि जिलों में बेड की उपलब्धता को दोगुना किया जाए। उन्होंने ऑक्सीजन और रेमडेसिविर आदि दवाओं की पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।सीएम योगी ने की हाई लेवल मीटिंगएक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि हाम आइसोलेशन में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए मेडिकल किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। योगी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से कोविड-19 बेड की संख्या में वृद्धि और ऑक्सीजन सप्लाई की निगरानी करने की अपेक्षा की और स्वास्थ्य मंत्री को रेमडेसिविर सहित मेडिकल किट की दवाओं और एंबुलेंस सेवाओं की समीक्षा करने की हिदायत दी।यूपी में मिले 30,569 नए मरीजउत्तर प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस से एक दिन में अब तक सर्वाधिक 129 लोगों की मौत हो गई जबकि 30,596 नए मामले सामने आए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 30,596 और लोग संक्रमित पाए गए। इससे अब कुल संक्रमितों का आंकड़ा 8,51,620 हो गया है। उन्होंने बताया कि 129 और मरीजों की मौत होने के साथ ही अब तक कुल 9,830 लोग इस वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं। रेमडेसिविर है क्या?जानकारी के मुताबिक, रेमडेसिविर एक एंटीवायरल दवा है, जिसे अमेरिका की दवा कंपनी गिलियड साइंसेज ने बनाया है। इसे पहले हेपेटाइटिस सी और सांस संबंधी वायरस का इलाज करने के लिए बनाया गया था। कोरोना वायरस के संक्रमण पर रेमडेसिविर इंजेक्शन को जीवन रक्षक दवा के तौर पर परखा गया। यही कारण है कि रेमडीसिविर इंजेक्शन के अधिक दाम के बावजूद इसकी काफी डिमांड है। रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में किया जाता है।