हाइलाइट्स:उन्नाव स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड-19 हॉस्पिटल पर मरीज की ऑक्सीजन के अभाव में मौत के आरोप लगे हैंआरोप है कि पिछले 5 दिनों से होम आइसोलेशन की मांग करते रहे, CMO की अनुमति के बाद भी छुट्टी नहीं दी गईपंकज का आरोप है कि मौत के बाद भी अस्पताल के लोग सही बात बताने से बचते रहेउन्नावउत्तर प्रदेश के उन्नाव स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड-19 हॉस्पिटल पर मरीज की ऑक्सीजन के अभाव में मौत के आरोप लगे हैं। बिलख-बिलख कर घटना की जानकारी देते हुए पुत्र ने बताया कि उनकी मां का छोटा सा एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उनकी मां के पैर में फ्रैक्चर था। अस्पताल दिखाने के लिए ले गए थे। वहां मां को कोरोना पॉजिटिव बताकर कोविड-19 हॉस्पिटल भेज दिया। वहीं उन्हें कोरोना रिपोर्ट भी नहीं दी गई। आरोप है कि पिछले 5 दिनों से होम आइसोलेशन की मांग करते रहे। CMO की अनुमति के बाद भी छुट्टी नहीं दी गई। प्रभारी डॉक्टर ने कहा मैं अपनी नौकरी दांव पर नहीं लगाऊंगा।माखी थाना क्षेत्र के बिलसी गांव निवासी पंकज त्रिपाठी ने बताया कि उनकी मां का 5 दिन पूर्व हुए एक्सीडेंट में पैर फैक्चर हो गया था। अस्पताल दिखाने गए तो वहां पर उन्हें कोरोना पॉजिटिव घोषित कर सरस्वती मेडिकल कॉलेज भेज दिया। पंकज ने कहा कि उनकी मां को कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं थे। हॉस्पिटल में भी कोई उपचार नहीं हो रहा था।Team-11 की बैठक में CM योगी का फैसला, ‘अस्पतालों में बढ़ाए जाएं कोविड बेड, तेजी से लगाएं 10 ऑक्सीजन प्लांट’सेंटर प्रभारी पर गंभीर आरोपपंकज त्रिपाठी ने कहा कि डीएम-सीएमओ के पास होम आइसोलेशन के लिए लगातार भाग दौड़ करते रहे सीएमओ ने सेंटर प्रभारी डॉ विवेक गुप्ता से छुट्टी देने को कहा, लेकिन डॉ गुप्ता ने कहा चाहे जितना जोर लगा लो छुट्टी नहीं दूंगा। पंकज ने आरोप लगाते हुए कहा कि ज्यादा दबाव बनाया तो बीती शनिवार-रविवार की रात को ऑक्सीजन हटा दिया। जिससे आज दोपहर लगभग 1:00 बजे उनकी मौत हो गई।Coronavirus In Uttar Pradesh: यूपी में कोरोना का कोहराम, एक दिन में रेकॉर्ड 129 की मौत, 30,596 नए केस’अभी तक नहीं मिली मां की डेड बॉडी’पंकज का आरोप है कि मौत के बाद भी वे लोग सही बात बताने से बचते रहे। पंकज ने रोते बिलखते हुए कहा कि डेढ़ घंटे बाद बताया कि तुम्हारी मां का हार्ट फेल हो रहा है। उन्होंने कहा कि मां की तो मौत हो चुकी है। काफी कहने के बाद उन्होंने सच्चाई स्वीकार की। पंकज त्रिपाठी ने बताया कि मां की डेड बॉडी नहीं मिली है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अभी इस विषय में अभी कुछ नहीं बता पाऊंगा। पूछने के बाद ही जानकारी दे सकता हूं।4 दिन बाद भी नहीं आई ऐंबुलेंस, मरीज ने तोड़ दिया दम, अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिला इलाजप्रतीकात्मक तस्वीर
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