अभिषेक जायसवाल, वाराणसीउत्तर प्रदेश के वाराणसी में बेकाबू कोरोना के आगे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं ने घुटने टेक दिए हैं। अस्पताल में इलाज से लेकर श्मशान में अंतिम संस्कार तक लिए लोग वेटिंग में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। श्मशान में तो फिर भी 4 से 6 घंटे के इंतजार के बाद अंतिम संस्कार हो रहे हैं, लेकिन अस्पताल के वेटिंग में लगे मरीजों को कब इलाज इलाज मिलेगा इसका जवाब अस्पताल के पास भी नहीं है।वाराणसी में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 24 से अधिक सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है। इन अस्पतालों में लगभग 17 सौ बेड की व्यवस्था है, लेकिन बेकाबू कोरोना ने कुछ इस तरह कहर बरपाया है कि अस्पतालों में सभी बेड फुल हो गए बैंष बीते 48 घंटों से ऐसा ही हाल है। लोग मरीजों को लेकर अस्पताल- अस्पताल भटक रहे हैं, लेकिन हर जगह उन्हें इलाज के लिए वेटिंग कराया जा रहा है।ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लतबेकाबू कोरोना ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को इस कदर ध्वस्थ किया है कि अस्पताल में बेड, श्मशान में जगह और होम आइसलेशन में रह रहे लोगों को ऑक्सीजन का सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। ऑक्सीजन की ये किल्लत सिर्फ होम आइसलेशन में रहने वाले मरीजों के अलावा निजी और सरकारी अस्पतालों में भी है। ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले एजेंसी संचालक सौरभ ने बताया कि बीते 3 दिनों में ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड 4 गुनी ज्यादा हो गई है, जिससे सभी सिलेंडर खत्म हो गए हैं। सिलेंडर कब तक सप्लाई दे पाएंगे इसकी जानकारी उनके पास भी नहीं है।श्मशान पर 6 घंटे तक इंतजारअस्पताल के अलावा वाराणसी के श्मशान पर भी हालात खराब हैं। बीते दो दिनों से वाराणसी के दोनों श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए भी कतार लगी है। टोकन के जरिए श्मशान पर अंतिम संस्कार हो रहा है। लकड़ी लेने से लेकर चिता सजाने तक तक लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। हरिश्चंद्र घाट स्थित विद्युत शव दाह गृह में भी मोक्ष के लिए लंबी कतार लगी है।एक साथ जल रही 15 चिताएंवाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर शवों के कतार को देख हर कोई हैरान है। सुबह से देर रात तक श्मशान पर चिताएं जल रही हैं। वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर एक साथ 15 -15 चिताएं जल रही हैं, फिर भी अंतिम संस्कार के लिए लोगों को 4 से 6 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।प्रभारी सीएमओ को नहीं पता है कितने बेडवाराणसी के वेंटिलेटर पर चल रहे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वाराणसी के प्रभारी सीएमओ डॉ. एनपी सिंह को इस बात की जानकारी नहीं कि जिले में कोविड के कुल कितने अस्पताल हैं और जो अस्पताल चल रहे हैं, उनमें इलाज के लिए बेडों की संख्या कितनी है। फोन पर एनबीटी ऑनलाइन से जब उनके जिले में कुल कोविड अस्पताल और उनमें बेड की संख्या जननी चाही तो उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कही। उसके बाद उन्होंने कहा कि वो कोविड अस्पतालों ओर उनमें बेड की संख्या पता लगा रहे हैं। प्रभारी सीएमओ के इस जवाब से हो साफ है कि वाराणसी में अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का क्या हाल है।
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