लखनऊउत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। चाहे आम हो या खास, सब कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी Covid पॉजिटिव पाए गए। एक दिन पहले ही हाई कोर्ट ने भी प्रदेश सरकार को लॉकडाउन लगाए जाने का सुझाव दिया था। VVIP के चपेट में आने के साथ ही संक्रमण की तेज दर के मद्देनजर लॉकडाउन लगाए जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, यूपी इस समय कोरोना की मार से जूझ रहा है। अभी तक प्रदेश में कुल 7 लाख 23 हजार 582 पॉजिटिव केस रिपोर्ट हो चुके हैं। वहीं 9309 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। मंगलवार को एक दिन में 18 हजार 21 नए मरीज सामने आए, जबकि 85 लोग कोरोना से लड़ाई में जिंदगी की जंग हार गए। प्रदेश में इस वक्त सक्रिय मरीजों की संख्या 96 हजार के आंकड़े के करीब पहुंच गई है। प्रदेश के कई जिलों में पहले से नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन जैसे इंतजाम किए गए हैं। राजधानी लखनऊ का बुरा है हालउत्तर प्रदेश में भी धीरे-धीरे स्थिति बदतर होती जा रही है। राजधानी लखनऊ का हाल सबसे ज्यादा बुरा है। वहां हजारों नए मरीज रोजाना सामने आ रहे हैं। श्मशान घाटों पर शवों की लाइनें लगी हैं। लोग बिना मास्क के अभी भी सड़कों पर नजर आ रहे हैं। इसके अलावा हरिद्वार कुंभ में हिस्सा लेने गए लोगों के वापस लौटने पर स्थिति और खराब होने की आशंका है। मुंबई में मिनी लॉकडाउन लगने के बाद वहां गए प्रवासी मजदूर एक बार फिर वापस अपने घर लौट रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में संक्रमण की रफ्तार और तेज होने की आशंका है। CM योगी और अखिलेश भी संक्रमित हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में फिर से लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं दिख रहे। लेकिन अब खुद उनके संक्रमित होने के बाद स्थिति बदल सकती है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि उन्हें प्रदेश में लोगों की जान भी बचानी है और अजीविका भी बचाना है। वहीं समाजवादी पाार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी संक्रमित हो गए हैं। प्रदेश की बदतर होती परिस्थितियों के बीच सीमित प्रतिबंधों को लेकर लॉकडाउन पर विचार की चर्चाएं तेज हो गई हैं। हाई कोर्ट ने दिया था लॉकडाउन का सुझावमंगलवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को दो-तीन हफ्ते के पूर्ण लॉकडाउन पर विचार करने की सलाह दी है। कोरोना मामले को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और जस्टिस अजित कुमार की खंडपीठ ने मंगलवार को कहा कि नाइट या कोरोना कर्फ्यू संक्रमण फैलाव रोकने के छोटे कदम हैं। लॉकडाउन लगाना सही नहीं है, लेकिन जिस तरह संक्रमण फैल रहा है, उसे देखते हुए सरकार को ज्यादा संक्रमण वाले शहरों में लॉकडाउन पर विचार करना चाहिए।
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