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Panchayat chunav UP : यूपी पंचायत चुनाव में शांति की अपील के बीच ‘हथियारों और औजारों का शोर’

हाइलाइट्स:यूपी में 15 अप्रैल से हैं त्रिस्तरीय पंचायत चुनावचुनाव आयोग ने दिए हैं प्रत्याशियों को चुनावी सिंबलसिंबल में चाकू, बंदूक और दूसरे औजार प्रत्याशियों को मिलेरवि प्रकाश सिंह रैकवार, नोएडायूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को नोएडा जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग सहित सभी संबंधित विभाग सक्रिय हैं। पुलिस की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। लोगों से शांति और सुरक्षा कायम रखने की अपील की जा रही है, लेकिन शांति की इस अपील के बीच चुनाव में तोप, तलवार, गदा, बंदूक और पिस्टल का शोर है।दरअसल चुनाव में विभिन्न पदों पर भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों को यही चुनाव चिह्न आवंटित किए हैं। प्रत्याशी इन्हीं चिह्नों पर मतदान की अपील कर रहे हैं। बता दें कि आयोग ने कुल 164 चुनाव चिह्न आवंटित किए हैं। प्रधान पद के लिए सबसे ज्यादा 57 चिह्न अलॉट किए हैं।आधुनिकता और प्राचीनता का दिख रहा अनूठा संगमइस बार जो चिह्न प्रत्याशियों को आवंटित हुए हैं, उनमें परंपरागत और आधुनिकता का अनूठा संगम है। बैलगाड़ी, टाइप राइटर, खड़ाऊं, कुआं और डमरू जैसे निशान जहां हमें पुराने दौर की याद ताजा कराते हैं। वहीं टेलीफोन, हेलीकॉप्टर सहित कई निशान हमारी तरक्की को परिभाषित कर रहे हैं। इसके अलावा फुटबॉल, बल्लेबाज, घुड़सवार जैसे निशान खेलों में बढ़ते देश के कद को दर्शा रहे हैं। कुल मिलाकर इन चुनाव चिह्नों में आधुनिक और नवीन भारत की झलक दिखती है।कैसे आवंटित होते हैं चुनाव चिह्नबता दें कि चुनाव आयोग के पास चिह्नों की दो तरह सूची होती है। बीते सालों में आवंटित हो चुके निशानों की आयोग के पास एक सूची होती है। दूसरी सूची ऐसे निशानों की होती है, जो कभी किसी को भी आवंटित नहीं किया गया हो। किसी भी समय चुनाव आयोग के पास कम से कम ऐसे 100 निशान होते हैं, जो अब तक किसी को आवंटित नहीं किए हैं। निशानों का चुनाव इस बात को ध्यान में रखकर किया जाता है कि वे आसानी से मतदाताओं को याद रहे और आसानी से वे उनको पहचानें। प्रचलित चिह्नों और प्रतीकों को ही इसमें शामिल किया जाता है।यूपी पंचायत चुनाव