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Chaitra Navratri 2021 guidelines: चैत्र नवरात्र पर कोरोना संक्रमण का साया, मंदिरों में ई-पास से एंट्री, गाइडलाइंस की ‘लक्ष्मण रेखा’ में ही मिलेंगे मां के दर्शन

हाइलाइट्स:देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के बीच मंगलवार से चैत्र शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं दिल्ली-NCR के मंदिरों और धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई हैंइस बार श्रद्धालुओं को कोविड-19 के नियमों के दायरे में रहते हुए ही दर्शन करने होंगेनोएडा/नई दिल्लीदेशभर में कोरोना की दूसरी लहर के बीच मंगलवार से चैत्र शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं। दिल्ली-एनसीआर के मंदिरों और धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई हैं ताकि भीड़ एकत्रित न हो। इस बार श्रद्धालुओं को कोविड-19 के नियमों के दायरे में रहते हुए ही दर्शन करने होंगे। मंदिरों को सैनिटाइज किया जाएगा और मास्क में ही लोगों को एंट्री दी जाएगी। आगे पढ़िए दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और फरीदाबाद में कैसे होंगे दर्शन-दिल्ली के मंदिरों में ई-पास से दर्शनराजधानी दिल्ली में कुछ मंदिरों ने भक्तों की एंट्री बंद कर दी है। कई मंदिर ई-पास से श्रद्धालुओं को एंट्री देंगे।झंडेवालान मंदिर : मंदिर में किसी श्रद्धालु को अगले आदेश तक एंट्री नहीं दी जाएगी। नवरात्र के दौरान पुजारी और मंदिर का स्टाफ ही पूजा व आरती करेंगे। माता का श्रृंगार, पूजा अर्जना, अखंड जोत में भक्त शामिल नहीं हो सकेंगे। हालांकि ऑनलाइन दर्शन की सुविधा दी गई है। सोशल मीडिया पर आरती और मंदिर में हो रहे दूसरे कार्यक्रम देखे जा सकेंगे।कालकाजी मंदिर : यहां दर्शन करने के लिए मंदिर की वेबसाइट से ऑनलाइन पास लेना होगा। पास सुबह 5.30 बजे से रात 8 बजे तक के टाइम स्लॉट में उपलब्ध होंगे। सीमित संख्या में पास उपलब्ध कराए जाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए मंदिर में घेरे बनाए गए हैं। सैनेटाइजर की व्यवस्था है। सिक्योरिटी के इंतजाम सख्त रहेंगे। महंत सुरेंद्र नाथ के अनुसार, www.shrikalkamandir.com/epass पर जाकर पास लिए जा सकते हैं।नोएडा: आज से शारदीय नवरात्र, मंदिर जाएं पर गाइडलाइंस के साथकोरोना संक्रमण के बीच चैत्र शारदीय नवरात्र की शुरुआत आज यानी मंगलवार से शुरू है। पहले दिन मां के शैलपुत्री रूप की पूजा-अर्चना होगी। सोमवार को बाजार में मां दुर्गा की प्रतिमाओं के साथ ही पूजन सामग्री की दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। नवरात्र की तैयारियों को लेकर शहर के कई मंदिरों की सजावट की गई, साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखने के लिए भी व्यवस्था की गई है।दुकानों पर साम्रगी लेने वालों की भीड़बाजारों में दुकानों को नया रंग-रूप दिया जा रहा है तो वहीं, बाजार में मां दुर्गा की भांति-भांति की प्रतिमाओं मंगवाई है। रामपुर मार्केट में दुकान संचालक राजेश ने बताया कि इस बार कच्ची मिट्टी व प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी आकर्षक प्रतिमाएं बिक्री ज्यादा है। साथ ही लोग हवन सामग्री, श्रंगार सामग्री, माला, चुनरी, मां की अखंड ज्योत, मां की पोशाक, कूटू के आटे, चोय, कपूर, लौंग, नारियल आदि की खरीदारी कर रहे हैं।गाजियाबाद : बिना मास्क के नहीं मिलेगा मंदिर में प्रवेशकोरोना के कारण इस बार भी नवरात्रि पर मंदिरों में चहल-पहल नहीं रहेगी। मंदिरों में पर्व पर कोविड गाइडलाइंस के पालन करने की तैयारी की गई है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ न लगने पाए। मंदिरों में एक साथ 5 से अधिक श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। कोई भी श्रद्धालु बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएगा। श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में सरकारी गाइडलाइंस के अनुसार ही तैयारी की गई है। मंदिर के पीठाधीश्वर महंत नारायण गिरि ने बताया कि श्रद्धालु दूर से ही दर्शन कर पाएंगे। श्रद्धालुओं के लिए मास्क लगाना, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी।कविनगर के स्वयंभू शिव मंदिर की प्रबंधक कमिटी के महामंत्री भूपेंद्र चोपड़ा ने बताया कि सरकारी गाइडलाइंस के अनुसार, एक समय में 5 श्रद्धालु ही दर्शन कर पाएंगे। सैनिटाइजेशन टनल लगाई जा रही है। संजयनगर के प्राचीन हनुमान मंदिर में प्रवेश करने के लिए श्रद्धालुओं को मास्क लगाना होगा। मंदिर के मुख्य ट्रस्टी वीके अग्रवाल ने बताया कि बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।गुरुग्राम: 15 फीट की दूरी से होंगे माता के दर्शनगुरुग्राम के शीतला माता मंदिर में आज से चैत्र मेला शुरू हो गया है। कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन कराने के लिए यहां कर्मचारियों की विशेष तौर पर ड्यूटी लगाई गई है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश के लिए फुटओवर ब्रिज पर गोले बनाए जा चुके हैं। वहीं मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए मास्क अनिवार्य है। बिना मास्क के एंट्री नहीं मिलेगी। कोरोना को ध्यान में रखकर 15 फीट की दूरी से ही दर्शन मिलेंगे।मेरठ: गाइडलाइंस की ‘लक्ष्मण रेखा’ में ही माता रानी के दर्शनपिछला चैत्र नवरात्र कोरोना की भेंट चढ़ गया था। इस साल कोरोना ने फिर से पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं। चैत्र नवरात्र मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। लेकिन महामारी को देखते हुए मंदिरों में सुरक्षा और बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं मेरठ के मनसा देवी, गोल मंदिर, कंठी माता मंदिर, सदर काली माई मंदिर समेत विभिन्न देवी मंदिरों में लगने वाले मेले भी इस बार नहीं लगेंगे। श्रद्धालुओं के लिए माता के मंदिर में प्रवेश को दो गज की दूरी और मास्क अनिवार्य होगा। गर्भ गृह में एक समय में सीमित भक्त ही देवी दुर्गा के दर्शन कर सकेंगे।मेरठ में देवी मंदिरों में कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोल घेरे बनाए गए हैं। सदर स्थित काली माता मंदिर के पुजारी संकेत बनर्जी ने बताया कि बिना मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। एक बार में दो श्रद्धालु मां के दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा रात 10 बजे होने वाली शयन आरती का समय बदलकर अब रात नौ बजे कर दिया गया है। रात 10 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। औघड़नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।गढ़ रोड स्थित देवी मंदिर के मुख्य पुजारी भगवत गिरि ने बताया कि गर्भ गृह में एक पुजारी के अलावा एक समय में मात्र दो ही भक्त मां के दर्शन कर सकेंगे। रात आठ बजे आरती के बाद नौ बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नवरात्र में भक्तों की संख्या को ध्यान में रखते हुए आने और जाने के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। दयालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित श्रवण झा ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लोगों को खुद सजग होना पड़ेगा।फरीदाबाद: मंदिरों में होगी आरती, नहीं जुटेगी भीड़फरीदाबाद मंदिर कमिटी का दावा है कि नवरात्र के दौरान मंदिरों में कोरोना से बचाव को लेकर जरूरी नियम का पालन किया जाएगा। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को पैकिंग प्रसाद दिया जाएगा। उधर बाजारों में ज्यादातर लोग पूजन सामग्री की खरीदारी में व्यस्त नजर आए। तिकोना पार्क स्थित वैष्णव देवी मंदिर, एनआईटी-5 के शिव मंदिर, सेक्टर-15 के श्री गीता मंदिर, सेक्टर-11 के श्री शिव मंदिर, सेक्टर-37 के देवस्थल मंदिर, एनआईटी-3 श्री हनुमान मंदिर, सेक्टर-30 के शिव मंदिर, एनआईटी-1 के श्री हनुमान आदि मंदिरों में नवरात्र की तैयारी पूरी हो चुकी है।तिकोना पार्क स्थित श्री वैष्णव देवी मंदिर में निरंतर पूजा अर्चना के साथ-साथ शाम को सत्संग कार्यक्रम भी होगा। नवरात्र के प्रथम दिन मंगलवार को घट की स्थापना की जाएगी। इसके बाद ही दुर्गा मां की अखंड ज्योति और उसके बाद पूजन प्रक्रिया शुरू होगी। एनआईटी नंबर-1 सिद्धपीठ श्री महाकाली मंदिर के प्रधान राकेश कुमार ने बताया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ न बढ़े इसको लेकर विशेष इंतजाम किए जा चुके है। कोरोना की वजह से मंदिर में भीड़ नहीं होने दी जाएगी। मंदिर के पुजारी ने बताया कि कलश स्थापना सुबह 5:45 बजे से सुबह 9:59 तक और 11: 41 से दोपहर 12:32 तक की जा सकती है।झज्जर: इस बार फेसबुक लाइव से ही होंगे मां भीमेश्वरी देवी के दर्शनचैत्र नवरात्र पर्व आज से शुरू हो रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण इस बार धार्मिक नगरी बेरी के मां भीमेश्वरी देवी मंदिर परिसर में मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। ऐसे में भक्तों को मां भीमेश्वरी के दर्शन कराने के लिए आरती का लाइव आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में एसडीएम रविंद्र कुमार व एएसपी विक्रांत भूषण ने दौरा करने के बाद निर्देश जारी किए हैं। नवरात्र के दौरान तहबाजारी पर भी पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।How Effective is Sputnik V: भारत ने रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी को दी मंजूरी, जानिए कितनी असरदारदिल्ली कालका जी मंदिर