हाइलाइट्स:गाजियाबाद रविवार को प्लानिंग व टीके के अभाव में टीकाकरण उत्सव के दौरान भी लक्ष्य से पीछे रह गयाअधिकारियों ने इस उत्सव के पहले दिन 18 हजार 500 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा थालेकिन रविवार को सिर्फ 8 हजार 112 लोगों का का है वैक्सीनेशन हो सका, 18 निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन हुआ ही नहींगाजियाबादगाजियाबाद जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, मीटिंग व फाइल में अफसरों के दावे भी बढ़ रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत पर इंतजाम नहीं बढ़ रहे। पिछले कुछ दिनों से कोरोना वैक्सीन की समस्या से जूझ रहा जिला रविवार को प्लानिंग व टीके के अभाव में टीकाकरण उत्सव के दौरान भी लक्ष्य से पीछे रह गया। अधिकारियों ने इस उत्सव के पहले दिन 18 हजार 500 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन रविवार को सिर्फ 8 हजार 112 लोगों का का है वैक्सीनेशन हो सका।कई प्राइवेट सेंटरों में नहीं लग सका टीकारविवार को विभाग के दावों के विपरीत 18 निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन हुआ ही नहीं। जिन 21 निजी अस्पतालों ने वैक्सीनेशन उत्सव में भाग लिया, उनमें भी महज 791 लोगों का ही टीकाकरण किया जा सका, जबकि 68 सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर 7 हजार 321 लोगों का टीकाकरण किया गया। ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण उत्सव के पहले दिन भी बेहद कम वैक्सीनेशन हुआ। कई सेंटर्स पर तो टीका लग ही नहीं सका। अधिकारियों का कहना है कि रविवार को ग्रामीण इलाकों में सभी सरकारी छोटे-बड़े अस्पताल बंद रहते हैं, इसलिए वहां वैक्सीनेशन की संख्या कम रही। रविवार को छुट्टी मानते हुए लोग टीकाकरण सेंटर्स तक पहुंचे ही नहीं। इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी दोपहर तक वैक्सीन उपलब्ध हो सकी थी। जिन निजी अस्पतालों के पास जितनी वैक्सीन थी वहां उतने लोगों का टीकाकरण किया गया। सोमवार से सभी निजी अस्पतालों में रूटीन में वैक्सीनेशन किया जाएगा।लखनऊ से मिली 84 हजार डोजजिले में 84 हजार वैक्सीन डोज के साथ रविवार से टीकाकरण उत्सव शुरू हुआ। रविवार सुबह 6:30 बजे लखनऊ से विशेष वाहन वैक्सीन लेकर यहां पहुंचा और 9 बजे तक जिले के सभी सेंटर्स को वैक्सीन बांट दी गई। अधिकारियों के अनुसार निजी अस्पतालों को फिलहाल 20 हजार डोज दी गई हैं, जबकि सरकारी सेंटर्स को 50 हजार डोज दी गई हैं। 10 हजार डोज मुख्य वैक्सीन स्टोर में रखी गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, अगले दो दिनों में शासन से और वैक्सीन मिलेंगी। चार दिनों के इस टीकाकरण उत्सव में 88 हजार लोगों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।63 निजी व 39 प्राइवेट सेंटरों पर हुआ शुरूइस उत्सव के लिए जिले में 63 सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर और 39 निजी अस्पतालों में व्यवस्था की गई थी। जल्द ही 10 और निजी अस्पतालों में टीकाकरण शुरू करने का दावा अफसर कर रहे हैं। रविवार सुबह 10 बजे से टीका लगाने की शुरुआत हुई। करीब 1 बजे केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कंबाइंड अस्पताल और महिला अस्पताल का दौरा किया। दोनों स्थानों पर उन्होंने वैक्सीन की उपलब्धता, वैक्सीनेशन के लिए की गईं व्यवस्थाओं का जायजा लिया और स्टाफ व लाभार्थियों से भी बातचीत की। इस दौरान वैक्सीन की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार सभी जिलों में 45 प्लस वालों की अनुमानित आबादी के अनुसार टीकाकरण करवा रही थी और उसके अनुसार ही वैक्सीन भेज रही थी। कोरोना संक्रमण अचानक बढ़ने से लोगों में डर फैल गया और सभी लोग जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाने लगे। इसके कारण जिले को मिले वैक्सीन के कोटे की खपत तेज हो गई और लगा कि वैक्सीन की कमी है। अब सरकार ने सभी जिलों को पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध करवा दी हैं और वैक्सीन की सप्लाई सुचारू रहेगी। जिससे कहीं भी वैक्सीन की कमी नहीं होगी।तीन से चार घंटे में आ रहा नंबरजिले के बड़े टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचने वाले लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए 3 से चार घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। इन सेंटर्स पर लाभार्थियों की संख्या काफी ज्यादा है। इसके अलावा दो दिन जिले में वैक्सीनेशन नहीं हुआ। जिसके चलते रविवार को टीकाकरण केंद्रों पर खासी भीड़ उमड़ी। कंबाइंड अस्पताल पहुंचे कई लाभार्थियों ने बताया कि वे सुबह 10 बजे आए थे और 1 बजे उन्हें टीकाकरण के लिए सेंटर के अंदर बुलाया गया। सुबह उन्हें टोकन देकर इंतजार करने के लिए कहा गया था। ऐसा ही हाल जिला महिला अस्पताल और निजी सेंटर्स पर भी था। निजी सेंटर्स पर टीकाकरण के लिए डेढ़ से दो घंटे इंतजार करना पड़ रहा है।ग्रामीण इलाकों में सेंटर्स पर कम भीड़जिले के ग्रामीण इलाकों में बने टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण करवाने वालों की संख्या कम है। ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर भी टीकाकरण शुरू किया गया है। इससे पहले तक ग्रामीण इलाकों में महज 22 प्रतिशत था। फिलहाल ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रविवार को कई सेंटर्स पर दोपहर तक महज 10 लोगों का ही टीकाकरण हुआ था।फिर से हो सकती है वैक्सीन की किल्लतजिले में टीकाकरण उत्सव के लिए 4 दिनों में 88 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि शासन स्तर से वैक्सीन की महज 80 हजार डोज ही भेजी गई हैं। लगभग 4 हजार डोज पहले से थीं। फिलहाल कोवीशील्ड वैक्सीन की 81820 डोज और कोवैक्सीन की 3140 डोज हैं। जिले में वैक्सीन की कुल 84960 डोज हैं, जो लक्ष्य से 3040 डोज कम हैं। यहां पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन की कमी बनी हुई है। जिसके चलते शनिवार को गाजियाबाद में केवल दो सेंटर्स पर ही वैक्सीनेशन किया गया था। शुक्रवार को दोपहर में अधिकांश सेंटर्स पर वैक्सीनेशन बंद कर दिया गया था। निजी अस्पतालों में पिछले कई दिनों से वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण नहीं हो रहा। लोगों में भी वैक्सीन की कमी का भय बना हुआ है, जिसके चलते प्रमुख सेंटर्स पर लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें निराशा मिल रही है। शासन की ओर से भी वैक्सीन की कमी को दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। चार दिन के वैक्सीनेशन उत्सव के लिए भी शासन की ओर से लक्ष्य के अनुसार वैक्सीन नहीं भेजी गईं। ऐसे में जिले में फिर से वैक्सीन की किल्लत सामने आ सकती है। जिले में दोबारा वैक्सीन की सप्लाई कब आएगी, इस बारे पुख्ता तौर पर अधिकारी भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं।प्रतीकात्मक चित्र
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