कोरोना वायरस देश में विकराल रूप लेता जा रहा है। रोज रिकार्ड तोड़ मरीज मिल रहे हैं। मुंबई में भी कोरोना की स्थिति भयावह हो चुकी है। कामकाज ठप होने और लाकडाउन में विगत वर्ष की तरह फंसने की आशंका से प्रवासी तेजी से घर लौट रहे हैं। इसी बीच अचानक रेलवे स्टेशन पर भीड़ जुट गई है।वहीं ट्रेनों में यात्रियों को जगह भी नहीं मिल रही है। इन समस्याओं को देखते हुए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। मुंबई से बिहार/झारखंड और पूर्वांचल के प्रवासियों को लाने के लिए स्पेशन ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। रेलवे ने मुंबई से बिहार के लिए 28 और स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए देश के अन्य शहरों में रह रहे बिहार/झारखंड और पूर्वांचल के लोग अपने घर तेजी से लौट रहे हैं। ऐसे में पिछली बार से सबक लेते हुए रेलवे ने राज्य सरकार की मदद से इसके लिए पूरी तैयारी की है। ताकि किसी भी यात्री को आवागमन में किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े। महाप्रबंधक शुक्रवार को वेबिनार के माध्यम से पत्रकारों से बात कर रहे थे।
महाप्रबंधक ने कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर ट्रेनों एवं स्टेशनों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तैयारियों के बारे में बताया। उन्होंने यात्रियों से कोविड मानकों का पालन करने की अपील भी की। महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर सभी प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग सहित इस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए हरसंभव उपाए किए जा रहे हैं। कहा कि कोविड प्रोटोकाल के पालन के लिए यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा भी की जा रही है।
कोरोना की वजह से विभिन्न औद्योगिक शहरों से पूर्वांचल के साथ बिहार और झारखंड के कामगारों को लौटने की बात पर कहा कि रेलवे के पास पर्याप्त ट्रेनें हैं। कहा कि पहले से लगभग 180 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए पहले से चलाई जा रही ट्रेनों के अलावा मुंबई से 17 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।इसमें से 14 ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के अलग-अलग स्टेशनों तक आएंगी। तीन ट्रेनें पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर रूकते हुए यहां से गुजरेगी। इसके अलावा मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए और 28 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। रेलकर्मियों की सुरक्षा के बारे में कहा कि लोको पायलट, गार्ड, टीटीई सहित हमारे जितने भी फ्रंटलाइन कर्मचारी हैं, उनमें से अधिकतर को वैक्सीन दी जा चुकी है। पूर्व मध्य रेल में जितने भी रेलवे अस्पताल हैं, वहां कोरोना की वैक्सीन पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है।
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