हाइलाइट्स:राजधानी के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए 8 से 12 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा हैलखनऊ के बैकुंठ धाम श्मशान घाट में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला हैमृतक के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को टोकन बांटे गएलखनऊकोरोना से हो रहीं मौतों पर सरकारी आंकड़ें भले ही कुछ कह रहें हो, लेकिन बैकुंठ धाम और अन्य श्मशान घाटों से मिल रही जानकारी व तस्वीरें भयावह स्थिति की ओर इशारा कर रही हैं। शव का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को 10 से 12 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल माह में रोजाना औसतन 5 से 8 मौतें दर्ज हो रही हैं। हकीकत यह है कि वैकुंठ धाम में कोविड प्रोटोकॉल से रोज 30 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। वहीं गुल्लाला श्मशान घाट पर 20 से ज्यादा शव अंतिम संस्कार के लिए रोजाना आ रहे हैं।क्या कहता है सरकारी आंकड़ा?सरकार द्वारा मौत के जारी आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल को 2 मौतें, दो अप्रैल को 9 मौतें, तीन मार्च को 6 मौतें, चार अप्रैल को 8 मौतें , पांच मार्च को 5 मौतें, 6 अप्रैल को 7 मौतें, 7 अप्रैल को 6 मौतें, और 8 अप्रैल को 11 मौतें । सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 1 अप्रैल से 8 अप्रैल तक 54 मौतें हुई हैं जबकि श्मशान घाट की तस्वीर में कुछ अलग ही हालात बयां हो रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से जितनी मौतें आठ दिन में हुई हैं। उससे कहीं ज्यादा लाशों का श्मशान घाट पर रोजाना अंतिम संस्कार किया जा रहा है। ’50 से ज्यादा कोविड पॉजिटिव शवों का हो रहा अंतिम संस्कार’लखनऊ स्थित वैकुंठ धाम में विद्युत शवदाह गृह में कोविड शवों का अंतिम संस्कार करने वाले मुन्ना ने बताया कि बॉडी के अंतिम संस्कार के लिए मैं और मेरा एक साथी है। एक दिन में करीब 25 से 30 शव का अंतिम संस्कार हम लोग कर रहे हैं। होली के बाद से लगातार संख्या में इजाफा हुआ है। इससे पहले 2 से 3 शव आते थे जो कि कोविड संबंधित नहीं होते थे। वहीं गुल्लाला श्मशान घाट पर भी 20 से 30 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। यह भी बताया कि केजीएमयू अस्पताल से सबसे ज्यादा शव आ रहे हैं। जिनका अंतिम संस्कार सुबह 3 से 4 बजे तक किया जा रहा है।Coronavirus Cases in UP : यूपी में कोरोना ने बनाया रेेकॉर्ड, बीते 24 घंटे में सामने आए 9 हजार के करीब केस, लखनऊ में मिले 2 हजार से ज्यादा मरीज’शव गृह में पीपीई किट की शॉर्टेज’मुन्ना ने यह भी बताया कि पीपीई किट की शॉर्टेज चल रही है। हम लोगों ने मांग कि है लेकिन हम लोगों को पीपीई किट मिल नहीं रही है। श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के एक विद्युत मशीन होने की वजह से लंबी लाइन लग रही है।लखनऊ में कोरोना का ‘महा विस्फोट’, 24 घंटे में राजधानी में मिले 2369 नए केसशव गृह में शवों की लंबी कतारबैकुंठ धाम श्मशान घाट में शवों की कतार लगी हुई है। कई बार तो ऐसा भी देखने को मिल रहा है की मृतकों के परिजनों को पता भी नहीं चल पा रहा है कि उनके रिश्तेदारों का शव कौन सा है।कोरोना की मौजूदा लहर के दौरान सर गंगाराम अस्पताल के 37 डॉक्टर हुए संक्रमित, पांच अस्पताल में भर्तीएक एम्बुलेंस में 3-3 शवशव गृह में एम्बुलेंस की लाइन लगी हुई है। हालत यह हैं कि एक-एक एम्बुलेंस में 3-3 शव रखे हुए हैं। और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। हालात ये है कि एंबुलेंस के लिए भी लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए लोगों को एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं हो पा रही है। ‘श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार की व्यवस्था फेल’अंतिम संस्कार करने पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया कि हम यहां पर करीब 4 घंटे से इंतजार कर रहे हैं। टोकन पकड़ा दिया गया है हमको ,लेकिन अभी तक हमारा नंबर नहीं आया है। टोकन के हिसाब से हमारा 5वां नम्बर था, लेकिन हमारा नंबर कब आएगा इसकी कोई उम्मीद नहीं है। वहीं खड़े एक व्यक्ति ने बताया कि हमको तो शव को लाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिल रही थी। जो मिल भी रहीं हैं वो मनमाने पैसे बता रहे हैं।बैकुंठ धाम लखनऊ
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