वाराणसी के रामनगर स्थित लंका मैदान में मंगलवार की देर रात एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम की मुठभेड़ में गोरखपुर और देवरिया का 50 हजार का इनामी डकैत वीरेंद्र सिंह घायल हो गया। आनन फानन उसे उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।बलिया जनपद के रसड़ा थाना के छिबही का रहने वाला वीरेंद्र सिंह ईंट-भट्ठों पर डकैती के मामले में गोरखपुर और देवरिया जिले से वांछित था। बीती पांच फरवरी को गोरखपुर के गगहा थाना के सकरी ईंट-भट्ठे पर डकैती के आरोप में वांछित 25 हजार के इनामिया बलिया के सुखपुरा थाना के केसरुआ गांव का निवासी छोटक उर्फ ठुड़ी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था।इनामी बदमाश वीरेंद्र अपने गिरोह का सरगना छोटक को बताता है। मंगलवार की रात 1:30 बजे के लगभग पुलिस और एसटीएफ की वाराणसी इकाई को सूचना मिली कि इनामी बदमाश वीरेंद्र रामनगर के लंका मैदान की ओर आ रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने घेरेबंदी की तो वीरेंद्र फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में वीरेंद्र के दाएं पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। आशंका जताई गई है कि उसके साथ एक और बदमाश था जो अंधेरे में पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।इस संबंध में डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने बताया कि वीरेंद्र गोरखपुर और देवरिया जिले से वांछित बदमाश है। वीरेंद्र ने गोरखपुर, देवरिया, मऊ और बलिया के साथ ही अन्य जिलों में भी कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। उसके आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
वाराणसी के रामनगर स्थित लंका मैदान में मंगलवार की देर रात एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम की मुठभेड़ में गोरखपुर और देवरिया का 50 हजार का इनामी डकैत वीरेंद्र सिंह घायल हो गया। आनन फानन उसे उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
बलिया जनपद के रसड़ा थाना के छिबही का रहने वाला वीरेंद्र सिंह ईंट-भट्ठों पर डकैती के मामले में गोरखपुर और देवरिया जिले से वांछित था। बीती पांच फरवरी को गोरखपुर के गगहा थाना के सकरी ईंट-भट्ठे पर डकैती के आरोप में वांछित 25 हजार के इनामिया बलिया के सुखपुरा थाना के केसरुआ गांव का निवासी छोटक उर्फ ठुड़ी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था।
इनामी बदमाश वीरेंद्र अपने गिरोह का सरगना छोटक को बताता है। मंगलवार की रात 1:30 बजे के लगभग पुलिस और एसटीएफ की वाराणसी इकाई को सूचना मिली कि इनामी बदमाश वीरेंद्र रामनगर के लंका मैदान की ओर आ रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने घेरेबंदी की तो वीरेंद्र फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में वीरेंद्र के दाएं पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। आशंका जताई गई है कि उसके साथ एक और बदमाश था जो अंधेरे में पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
इस संबंध में डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने बताया कि वीरेंद्र गोरखपुर और देवरिया जिले से वांछित बदमाश है। वीरेंद्र ने गोरखपुर, देवरिया, मऊ और बलिया के साथ ही अन्य जिलों में भी कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। उसके आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
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