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वाराणसी के बिहड़ा गांव में दो थप्पड़ की रार में नशे में धुत दो बदमाशों ने नौवीं के छात्र विनय यादव की गोली मार कर हत्या की थी। इसके साथ ही एक मासूम बच्ची और एक युवक को गोली मार कर घायल कर दिया था। यह खुलासा तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बृहस्पतिवार को पुलिस ने किया।तीनों आरोपियों की शिनाख्त मिर्जापुर के चील्ह थाना के पचेवरा गांव के अजय यादव और भदोही के औराई थाना के इटवा गांव के सूरज दूबे व पुरुषोतमपुर गांव के राकेश यादव उर्फ डब्बू के तौर पर हुई है। तीनों आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त .32 बोर की दो देसी पिस्टल, एक कारतूस और एक बाइक बरामद की गई है।वारदात में पुलिस को पुरुषोतमपुर गांव निवासी राकेश यादव उर्फ लुट्टूर की तलाश है। बीती 28 मार्च की रात बिहड़ा गांव में बाइक सवार नशे में धुत दो बदमाशों ने गोली मार कर कक्षा नौ के छात्र विनय यादव की हत्या कर दी थी। इसके साथ ही बदमाशों की गोली से समीप ही खेल रही मासूम पंखुड़ी और राहगीर चिराग सिंह घायल हो गए थे।एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि सीओ बड़ागांव जगदीश कालीरमन के पर्यवेक्षण में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय और मिर्जामुराद थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी उमेश कुमार राय ने तफ्तीश शुरू की। विनय के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे उसके दोस्त अनिल व गांव के ही भैयालाल से पूछताछ में मिली जानकारी और सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से अजय यादव और सूरज को चिह्नित किया गया।दोनों को देसी पिस्टल उपलब्ध कराने वाले अजय यादव के ट्रैक्टर के मालिक और ग्राम प्रधान के चुनाव की तैयारी कर रहे राकेश यादव उर्फ डब्बू को पकड़ा गया। इसके साथ ही अजय और सूरज को शरण देने और सहयोग करने के आरोप में राकेश यादव उर्फ लुट्टूर की तलाश की जा रही है। अजय यादव लूट के मामले में मिर्जापुर से पहले भी जेल जा चुका है। अजय सहित चारों के आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
बाइक सवार नशे में धुत अजय और सूरज शाम के समय नेशनल हाईवे-19 की सर्विस लेन से प्रयागराज की ओर से सड़क पर लहराते हुए आ रहे थे। बिहड़ा स्थित मोछू ढाबा के समीप सूरज के बेतरतीब तरीके से बाइक चलाने के कारण बाइक सवार विनय टकराने से बचा तो नाराजगी जताया। इस पर दोनों विनय से उलझ गए थे।इसी बीच बिहड़ा गांव के भैयालाल यादव आ गए तो विनय व अनिल से अजय व सूरज को उलझे हुए देख कर उन्हें अलग किया। इसके साथ ही अजय और सूरज को दो थप्पड़ मार कर मौके से भगा दिया। इससे खार खाकर सूरज को लेकर अजय अपने ट्रैक्टर मालिक राकेश यादव उर्फ डब्बू के भदोही जिला स्थित घर गया।भैयालाल, विनय व अनिल से बदला लेने के लिए दोनों ने राकेश से असलहा मांगा। दो असलहा व कारतूस लेकर दोनों फिर छक कर शराब पी और उसी जगह आए जहां से उन्हें थप्पड़ मार कर भगाया गया था। भैयालाल तो नहीं मिले लेकिन इसी बीच गांव की एक गुमटी के समीप दोनों को विनय और अनिल दिख गए।इस पर अजय और सूरज ने फिर गालीगलौज शुरू की तो दोनों किशोरों ने विरोध किया। इसी बीच अजय ने विनय को दो गोली मारी तो अनिल मौके से भागा। अनिल के पीछे दौड़कर अजय ने फायरिंग की तो गोली समीप ही खेल रही पंखुड़ी को लग गई। इसके बाद दोनों औराई की ओर भाग रहे थे तो पीछे से आ रहे बाइक सवार चिराग सिंह को पीछा करने की शंका पर अजय ने गोली मार दी।वारदात के बाद वापस दोनों भदोही जाकर छुप गए। वारदात में खास बात यह रही कि दोनों बदमाश होलिका दहन की रात दो अवैध असलहे लेकर भदोही से बनारस की सीमा में आए और वापस गए लेकिन दोनों जिलों की पुलिस की चेकिंग में कहीं पकड़े नहीं गए। यह चूक पुलिस की कार्यशैली पर एक गंभीर सवाल है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय व उनकी टीम के बृजेश मिश्रा, सुरेंद्र मौर्या, दिवाकर वत्स, सूरज सिंह और मिर्जामुराद थाना के कार्यवाहक प्रभारी उमेश कुमार राय व एसआई रजनीश त्रिपाठी और प्रमोद यादव की अहम भूमिका रही। इस टीम को पांच हजार रुपये का नगद इनाम दिया गया है।
वाराणसी के बिहड़ा गांव में दो थप्पड़ की रार में नशे में धुत दो बदमाशों ने नौवीं के छात्र विनय यादव की गोली मार कर हत्या की थी। इसके साथ ही एक मासूम बच्ची और एक युवक को गोली मार कर घायल कर दिया था। यह खुलासा तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बृहस्पतिवार को पुलिस ने किया।
तीनों आरोपियों की शिनाख्त मिर्जापुर के चील्ह थाना के पचेवरा गांव के अजय यादव और भदोही के औराई थाना के इटवा गांव के सूरज दूबे व पुरुषोतमपुर गांव के राकेश यादव उर्फ डब्बू के तौर पर हुई है। तीनों आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त .32 बोर की दो देसी पिस्टल, एक कारतूस और एक बाइक बरामद की गई है।
वारदात में पुलिस को पुरुषोतमपुर गांव निवासी राकेश यादव उर्फ लुट्टूर की तलाश है। बीती 28 मार्च की रात बिहड़ा गांव में बाइक सवार नशे में धुत दो बदमाशों ने गोली मार कर कक्षा नौ के छात्र विनय यादव की हत्या कर दी थी। इसके साथ ही बदमाशों की गोली से समीप ही खेल रही मासूम पंखुड़ी और राहगीर चिराग सिंह घायल हो गए थे।
एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि सीओ बड़ागांव जगदीश कालीरमन के पर्यवेक्षण में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय और मिर्जामुराद थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी उमेश कुमार राय ने तफ्तीश शुरू की। विनय के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे उसके दोस्त अनिल व गांव के ही भैयालाल से पूछताछ में मिली जानकारी और सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से अजय यादव और सूरज को चिह्नित किया गया।
दोनों को देसी पिस्टल उपलब्ध कराने वाले अजय यादव के ट्रैक्टर के मालिक और ग्राम प्रधान के चुनाव की तैयारी कर रहे राकेश यादव उर्फ डब्बू को पकड़ा गया। इसके साथ ही अजय और सूरज को शरण देने और सहयोग करने के आरोप में राकेश यादव उर्फ लुट्टूर की तलाश की जा रही है। अजय यादव लूट के मामले में मिर्जापुर से पहले भी जेल जा चुका है। अजय सहित चारों के आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
छक कर पी थी शराब, भदोही से असलहे लाकर वारदात को दिया अंजाम
बाइक सवार नशे में धुत अजय और सूरज शाम के समय नेशनल हाईवे-19 की सर्विस लेन से प्रयागराज की ओर से सड़क पर लहराते हुए आ रहे थे। बिहड़ा स्थित मोछू ढाबा के समीप सूरज के बेतरतीब तरीके से बाइक चलाने के कारण बाइक सवार विनय टकराने से बचा तो नाराजगी जताया। इस पर दोनों विनय से उलझ गए थे।इसी बीच बिहड़ा गांव के भैयालाल यादव आ गए तो विनय व अनिल से अजय व सूरज को उलझे हुए देख कर उन्हें अलग किया। इसके साथ ही अजय और सूरज को दो थप्पड़ मार कर मौके से भगा दिया। इससे खार खाकर सूरज को लेकर अजय अपने ट्रैक्टर मालिक राकेश यादव उर्फ डब्बू के भदोही जिला स्थित घर गया।भैयालाल, विनय व अनिल से बदला लेने के लिए दोनों ने राकेश से असलहा मांगा। दो असलहा व कारतूस लेकर दोनों फिर छक कर शराब पी और उसी जगह आए जहां से उन्हें थप्पड़ मार कर भगाया गया था। भैयालाल तो नहीं मिले लेकिन इसी बीच गांव की एक गुमटी के समीप दोनों को विनय और अनिल दिख गए।इस पर अजय और सूरज ने फिर गालीगलौज शुरू की तो दोनों किशोरों ने विरोध किया। इसी बीच अजय ने विनय को दो गोली मारी तो अनिल मौके से भागा। अनिल के पीछे दौड़कर अजय ने फायरिंग की तो गोली समीप ही खेल रही पंखुड़ी को लग गई। इसके बाद दोनों औराई की ओर भाग रहे थे तो पीछे से आ रहे बाइक सवार चिराग सिंह को पीछा करने की शंका पर अजय ने गोली मार दी।वारदात के बाद वापस दोनों भदोही जाकर छुप गए। वारदात में खास बात यह रही कि दोनों बदमाश होलिका दहन की रात दो अवैध असलहे लेकर भदोही से बनारस की सीमा में आए और वापस गए लेकिन दोनों जिलों की पुलिस की चेकिंग में कहीं पकड़े नहीं गए। यह चूक पुलिस की कार्यशैली पर एक गंभीर सवाल है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय व उनकी टीम के बृजेश मिश्रा, सुरेंद्र मौर्या, दिवाकर वत्स, सूरज सिंह और मिर्जामुराद थाना के कार्यवाहक प्रभारी उमेश कुमार राय व एसआई रजनीश त्रिपाठी और प्रमोद यादव की अहम भूमिका रही। इस टीम को पांच हजार रुपये का नगद इनाम दिया गया है।
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छक कर पी थी शराब, भदोही से असलहे लाकर वारदात को दिया अंजाम
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