भदोहीजेल में बंद ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की अधिवक्ता बेटी रीमा पाण्डेय ने खुद को जान का खतरा बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेज कर सुरक्षा की गुहार लगाई है।रीमा का आरोप है कि उनके रिश्तेदार ने फर्म पर कब्जा करने की नीयत से फर्जी मामला दर्ज कराकर उनके पिता विजय मिश्रा को जेल में डलवाया। जब एक वकील के नाते वह मुकदमे की पैरवी कर रही हैं तो रिश्तेदार और उनके बेटे पीछा करते हैं और पैरवी करने पर बुरा अंजाम होने की धमकी देते हैं। ऐसे में उन्हें सुरक्षा की सख्त जरूरत है।रिश्तेदारों पर संगीन आरोपगृह मंत्री (अमित शाह) को भेजे गए पत्र में रीमा का आरोप है कि उनके रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी और उनके तीन पुत्र राज कमल, सूरज कमल और नील कमल के साथ मनीष मिश्रा और मनोज मिश्रा का एक गिरोह है। इन लोगों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। इन्हें एक विधायक और दो पूर्व मंत्री, स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है।जिस फर्म को कब्जा करने का आरोप विधायक विजय मिश्रा पर है उस फर्म में कृष्ण मोहन तिवारी और विधायक की पत्नी (40-40%) और अशोक शुक्ल (20%) फीसदी के हिस्सेदार हैं, लेकिन तथ्यों को छुपाते हुए शाजिश के तहत उनके पिता को फर्जी तरह से फर्म कब्जा करने के मामले में फंसाया गया।धमकी भी दीवह खुद उच्च न्यायालय की अधिवक्ता होने के कारण दर्ज मुकदमों की पैरवी कर रही हैं। इससे विपक्षी उनका पीछा करते रहते हैं और उन्हें मुकदमे में पैरवी न करने की धमकी भी मिलती रहती है। ऐसे जानमाल की सुरक्षा अतिआवश्यक है। रीमा ने सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि अगर उन्हें कुछ होगा तो ये रिश्तदार उसके जिम्मेदार होंगे।विधायक विजय मिश्रा पर उनके ही रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने मकान और अन्य सम्पत्ति कब्जा करने का मामला दर्ज कराया था। इस मामले के विधायक की पत्नी और बेटे भी आरोपी बनाए गए। विधायक इसी मामले में आगरा जेल में हैं और पत्नी जमानत पर बाहर हैं। इस मामले में फरार चल रहे कारोबारी बेटे को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
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