पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही भाजपा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर मंथन शुरू हो गया है। क्योंकि इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीजेपी ने अपने सिंबल पर या फिर पार्टी अधिकृत प्रत्याशी उतारने की भी तैयारी की है, ऐसे में उम्मीद यही जताई जा रही है कि इस माह के आखिरी में पार्टी अपने सभी अधिकृत प्रत्याशियों के नाम जारी कर देगी। इस बीच पार्टी द्वारा शहर के ग्रामीण इलाकों में योगी सरकार की उपलब्धियों का पत्रक घर-घर बांटकर लोगों का रुख भांपने का भी प्रयास किया गया।भाजपा द्वारा पंचायत चुनाव की तैयारियां पिछले कई माह से की जा रही है। पार्टी पंचायत चुनाव को इस कदर गंभीरता से ले रही है कि उसने अपने सभी विधायकों से भी कहा गया है कि वह अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा समय गुजारे। शायद इसी वजह से सूबे के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज में ही मौजूद हैं। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का भी इस बीच प्रयागराज आने का कार्यक्रम कई बार बना। इस बीच योगी सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भाजपा द्वारा सरकार की उपलब्धियों का पत्रक भी बांटा गया। शहर के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में पत्रक वितरण कार्यक्रम कुछ ज्यादा ही तेजी से चला।
दरअसल पत्रक वितरण के बहाने पार्टी नेताओं ने ग्रामीण वोटरों का रुख भांपने का भी प्रयास किया। दो दिन तक चले इस अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में हजारों घरों में जाकर सरकार की उपलब्धियों वाला पत्रक बांटने का कार्य पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। इस बीच जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह ने मांडा तृतीय से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। उनके पति अशोक सिंह मांडा द्वितीय सीट से पंचायत चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसके अलावा कोरांव की भी एक सीट से रेखा सिंह चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं केशरी देवी पटेल के परिवार द्वारा पंचायत चुनाव से दूरी बना लिए जाने की वजह से अब रेखा और केशरी में कौन जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी करेगा वह बहस ही खत्म हो गई है।इस वजह से रेखा समर्थक खासे उत्साहित हैं। करछना से वार्ड 52 से युवा नेता कुलदीप त्रिपाठी समेत पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए कुछ नए नाम भी सामने आए हैं। इनमें से कुछ लगातार लखनऊ का चक्कर भी काट रहे हैं। इसमें पार्टी के कुछ पदाधिकारियों का भी नाम सामने आया है। हालांकि संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी पदाधिकारियों को चुनाव लड़ना है तो पहले उसे अपने पद से इस्तीफा देना होगा। वहीं मंत्रियों और विधायकों से भी कहा गया है कि वह अपने रिश्तेदारों और परिजनों के लिए पैरवी बिल्कुल न करें।
पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही भाजपा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर मंथन शुरू हो गया है। क्योंकि इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीजेपी ने अपने सिंबल पर या फिर पार्टी अधिकृत प्रत्याशी उतारने की भी तैयारी की है, ऐसे में उम्मीद यही जताई जा रही है कि इस माह के आखिरी में पार्टी अपने सभी अधिकृत प्रत्याशियों के नाम जारी कर देगी। इस बीच पार्टी द्वारा शहर के ग्रामीण इलाकों में योगी सरकार की उपलब्धियों का पत्रक घर-घर बांटकर लोगों का रुख भांपने का भी प्रयास किया गया।
भाजपा द्वारा पंचायत चुनाव की तैयारियां पिछले कई माह से की जा रही है। पार्टी पंचायत चुनाव को इस कदर गंभीरता से ले रही है कि उसने अपने सभी विधायकों से भी कहा गया है कि वह अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा समय गुजारे। शायद इसी वजह से सूबे के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज में ही मौजूद हैं। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का भी इस बीच प्रयागराज आने का कार्यक्रम कई बार बना। इस बीच योगी सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भाजपा द्वारा सरकार की उपलब्धियों का पत्रक भी बांटा गया। शहर के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में पत्रक वितरण कार्यक्रम कुछ ज्यादा ही तेजी से चला।
सामने आया है। हालांकि संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी पदाधिकारियों को चुनाव लड़ना है तो पहले उसे अपने पद से इस्तीफा देना होगा। वहीं मंत्रियों और विधायकों से भी कहा गया है कि वह अपने रिश्तेदारों और परिजनों के लिए पैरवी बिल्कुल न करें।
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