नेटवर्क तेज करने के लिए कुछ लोगों ने ऐसी तकनीकी अपनाई कि दूसरों के घर का नेटवर्क ही गायब कर दिया। परेशान लोगों ने इसकी शिकायत की तो भारत सरकार के संचार मंत्रालय की टीम ने छापा मारकर लोगों को पकड़ा। छापे की कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया।टीम ने कई नेटवर्क बूस्टर समेत अन्य उपकरण बरामद किए हैं। सभी लोगों को नोटिस जारी कर हिदायत दी है। मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद का है। शहर के हनुमान घाट मोहल्ले से संचार मंत्रालय की टीम ने छापा मारकर कई घरों से अवैध नेटवर्क बूस्टर बरामद किया है। सराफा कारोबार के लिए चर्चित हनुमान घाट की संकरी गलियों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या काफी पुरानी है। इससे बचने के लिए कई लोगों ने अपने घरों में निजी तौर पर बूस्टर लगा लिया था। इसके चलते उनका नेटवर्क तो सुधर गया, लेकिन आसपास के अन्य घरों से नेटवर्क पूरी तरह गायब हो गए। इसके चलते इन लोगों को किसी भी मोबाइल नेटवर्क पर बात करने के लिए घर से निकलकर सड़क पर आना पड़ता था। उपभोक्ता लगातार इसकी शिकायत टेलीकॉम कंपनियों से कर रहे थे।बूस्टर लगाना गैरकानूनी
संचार मंत्रालय के निर्देश पर बेतार अनुश्रवण केंद्र गोरखपुर के आईईएस क्षितिज गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने इस इलाके में छापा मारा। पुलिस फोर्स के साथ पहुंची टीम की जांच में अधिकांश घरों पर लोगों ने बूस्टर लगा रहा था। टीम ने मौके से 12 बूस्टर, एंटीना, रिपिटर बरामद किया। कार्रवाई देख अन्य लोगों ने खुद बूस्टर उखाड़कर छिपा लिया। टीम ने सभी लोगों को हिदायत दी है कि बूस्टर लगाना गैरकानूनी है। अगर दोबारा ऐसा करते मिले तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टीम में जूनियर वायरलेस अफसर विक्रम सिंह, अजय श्रीवास्तव, आरके यादव, विमलेश कुमार आदि मौजूद रहे।
नेटवर्क तेज करने के लिए कुछ लोगों ने ऐसी तकनीकी अपनाई कि दूसरों के घर का नेटवर्क ही गायब कर दिया। परेशान लोगों ने इसकी शिकायत की तो भारत सरकार के संचार मंत्रालय की टीम ने छापा मारकर लोगों को पकड़ा। छापे की कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया।
टीम ने कई नेटवर्क बूस्टर समेत अन्य उपकरण बरामद किए हैं। सभी लोगों को नोटिस जारी कर हिदायत दी है। मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद का है। शहर के हनुमान घाट मोहल्ले से संचार मंत्रालय की टीम ने छापा मारकर कई घरों से अवैध नेटवर्क बूस्टर बरामद किया है।
सराफा कारोबार के लिए चर्चित हनुमान घाट की संकरी गलियों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या काफी पुरानी है। इससे बचने के लिए कई लोगों ने अपने घरों में निजी तौर पर बूस्टर लगा लिया था। इसके चलते उनका नेटवर्क तो सुधर गया, लेकिन आसपास के अन्य घरों से नेटवर्क पूरी तरह गायब हो गए। इसके चलते इन लोगों को किसी भी मोबाइल नेटवर्क पर बात करने के लिए घर से निकलकर सड़क पर आना पड़ता था। उपभोक्ता लगातार इसकी शिकायत टेलीकॉम कंपनियों से कर रहे थे।
बूस्टर लगाना गैरकानूनी
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