हंडिया थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार की रात एक और युवक की मौत हो गई। मामले में अब तक कुल 16 लोगों ने जान गंवाई है। घटना से परिजनों में कोहराम मचा है। उनका कहना है कि पूरी घटना के जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई। कुछ लोगों को सस्पेंड किया गया जबकि बड़े अफसर बचे रह गए। मंगलवार की रात शहर स्थित अस्पताल में ओमप्रकाश उर्फ लालबाबू (40) की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक उसने भी जहरीली शराब पी थी। वह अमोरा गंाव का रहने वाला था। उसने 19 मार्च को ही गांव में जहरीली शराब बेच रहे इंद्रपाल के घर से शराब ली थी। जिसके पीने के बाद से ही उसकी तबियत खराब हो गई थी।सूचना पर पहुंची हंडिया पुलिस ने उसे शहर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। उसके मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। क्षेत्र में जहरीली शराब से हुई इस 16वीं मौत की खबर से पुलिस प्रशासन में अफरा तफरी मच गई। पत्नी रूपा देवी व बच्चे नीतू, रीतू व शुभम भी रो रो कर बेहाल है। लोग गांव में ही बिक रही जहरीली शराब से अंजान थे । उन्हें यह नहीं पता था कि गांव में ही मौत बिक रही है। जिससे लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। वहीं मौत की सूचना मिलते ही बौखलाई हंडिया पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। हंडिया में प्रदर्शन की दी चेतावनीहंडिया थाना क्षेत्र के बींदा, हरीपुर, सरायमंसूर, संग्रामपट्टी, पर्वतपट्टी एवं अमोरा गांव में जहरीली शराब से अभी तक कुल 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जिससे उनके परिजनों में पुलिस प्रशासन व बडे़ अधिकारियों के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन की जानकारी में मौत का खेल चल रहा था। किसी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। जब 16 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, तब बड़े अधिकारियों को बचाने के प्रयास में छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई करके प्रशासन द्वारा दिखावा किया गया है। जिससे लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि प्रदर्शन कर जिम्मेदारों के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
हंडिया थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार की रात एक और युवक की मौत हो गई। मामले में अब तक कुल 16 लोगों ने जान गंवाई है। घटना से परिजनों में कोहराम मचा है। उनका कहना है कि पूरी घटना के जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई। कुछ लोगों को सस्पेंड किया गया जबकि बड़े अफसर बचे रह गए।
मंगलवार की रात शहर स्थित अस्पताल में ओमप्रकाश उर्फ लालबाबू (40) की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक उसने भी जहरीली शराब पी थी। वह अमोरा गंाव का रहने वाला था। उसने 19 मार्च को ही गांव में जहरीली शराब बेच रहे इंद्रपाल के घर से शराब ली थी। जिसके पीने के बाद से ही उसकी तबियत खराब हो गई थी।
सूचना पर पहुंची हंडिया पुलिस ने उसे शहर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। उसके मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। क्षेत्र में जहरीली शराब से हुई इस 16वीं मौत की खबर से पुलिस प्रशासन में अफरा तफरी मच गई। पत्नी रूपा देवी व बच्चे नीतू, रीतू व शुभम भी रो रो कर बेहाल है। लोग गांव में ही बिक रही जहरीली शराब से अंजान थे । उन्हें यह नहीं पता था कि गांव में ही मौत बिक रही है। जिससे लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। वहीं मौत की सूचना मिलते ही बौखलाई हंडिया पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
हंडिया में प्रदर्शन की दी चेतावनी
हंडिया थाना क्षेत्र के बींदा, हरीपुर, सरायमंसूर, संग्रामपट्टी, पर्वतपट्टी एवं अमोरा गांव में जहरीली शराब से अभी तक कुल 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जिससे उनके परिजनों में पुलिस प्रशासन व बडे़ अधिकारियों के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन की जानकारी में मौत का खेल चल रहा था। किसी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। जब 16 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, तब बड़े अधिकारियों को बचाने के प्रयास में छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई करके प्रशासन द्वारा दिखावा किया गया है। जिससे लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि प्रदर्शन कर जिम्मेदारों के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
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