अमरनाथ झा मार्ग जार्जटाउन, प्रयागराज स्थित भवन 52/38 का मालिक बताने वाले फर्जी अजय यशवंत नेहरू का भेद बुधवार को अदालत में खुल गया। कुछ दिन पहले ही व्हील चेयर पर हाईकोर्ट में हाजिर होकर सुरक्षा की गुहार लगाने वाले नकली अजय यशवंत नेहरू को जेल की हवा खानी पड़ी। जांच के बाद साबित हो गया कि जो व्यक्ति स्वयं को नेहरू बता रहा था, दरअसल वह कोई और है, जबकि असली अजय यशवंत नेहरू की दो वर्ष पूर्व लंदन में मृत्यु हो चुकी है।मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति पंकज भाटिया ने कोर्ट में हाजिर नकली अजय यशवंत नेहरू को गिरफ्तार कर नैनी जेल भेजने और उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा कायम करने का निर्देश दिया है। साथ ही जिलाधिकारी व एसएसपी को विवादित बंगला सील करने का भी आदेश दिया है। लंदन से आए असली नेहरू के वारिस को कोर्ट ने सात अप्रैल को हाजिर होने को कहा है।
जांच में यह बात सामने आई कि अजय यशवंत नेहरू की करोड़ों की जमीन हड़पने की नीयत से उनके नाम से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई। अपने दावे को पुख्ता करने के लिए एक छद्म व्यक्ति को अजय यशवंत नेहरू बनाकर अदालत के सामने पेश कर दिया गया और जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई गई। कोर्ट ने दूसरे पक्ष को नोटिस जारी किया तो उधर से बताया गया कि नेहरू जिंदा ही नहीं है।उधर नकली नेहरू के अधिवक्ताओं ने उसके बीमार होने की बात कहते हुए बताया कि नेहरू सतना के प्रेम नर्सिंग होम में भर्ती है। गुत्थी तब और उलझ गई जब दूसरे पक्ष ने अदालत में पेश नेहरू को गौहनिया का प्रेम चंद साहू बताया। इस पर कोर्ट ने दोनों को हाजिर करने का एसएसपी को निर्देश दिया। उधर हाईकोर्ट ने सतना के जिला जज के मार्फत प्रेम नर्सिंग होम सतना की सीसीटीवी फुटेज व जांच रिपोर्ट मंगा ली। जमीन की पूरी जानकारी के साथ एडीएम नजूल व नगर निगम के अधिकारी भी हाईकोर्ट में तलब हुए।
आरोपी अनपढ़, अदालत को किया गुमराह
खुद को नेहरू बताने वाले व्यक्ति से कोर्ट ने जब पूछताछ की तो उसने बताया कि वह 30 गुणा 90 वर्गमीटर जमीन का मालिक है, किंतु यह नहीं बता सका कि जमीन उसे कैसे मिली। कोर्ट में हाजिर नेहरू अनपढ़ है, जबकि असली नेहरू उच्च शिक्षा प्राप्त थे। याचिका करने वाले नेहरू की प्रेम नर्सिंग होम, सतना में भर्ती होने की बात भी गलत निकली। सीसीटीवी फुटेज व फोटोग्राफ से पता चला कि वह नर्सिंग होम में भर्ती नहीं था।इस प्रकार से याचिका दाखिल करने वाले व्यक्ति ने अदालत को गुमराह करने और न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग करने की कोशिश। जिसे कोर्ट ने गंभीरता से लिया और नकली नेहरू को गिरफ्तार कराकर जेल भेज दिया। उसे कल मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा। कोर्ट ने महानिबंधक को नकली नेहरू के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने का निर्देश दिया है। उस पर झूठा साक्ष्य देने, पहचान छिपाकर कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग करने का केस चलेगा।
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