भारतीय महिला टीम शृंखला पहले ही गंवा चुकी है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार को यहां होने वाला तीसरा और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच अब भी उसके लिए महत्वपूर्ण है। जिसमें वह क्लीन स्वीप से बचकर सकारात्मक अंत करने के लिए मैदान पर उतरेगी।भारतीय टीम ने इससे पहले वनडे शृंखला 1-4 से गंवाई थी और पहले दो टी20 मैचों में भी उसके लिए परिणाम अनुकूल नहीं रहे। दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 की अजेय बढ़त हासिल करके पहली बार भारत के खिलाफ शृंखला जीती है और अब उसकी निगाह क्लीन स्वीप करने पर लगी है।भारतीय टीम की पिछले एक साल में यह पहली शृंखला है और वह इसमें वनडे विश्व कप की तैयारियों को ध्यान में रखकर उतरी थी। लेकिन चीजें भारतीय टीम के अनुकूल नहीं रही और उसे सीमित ओवरों के दोनों प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका से करारी हार झेलनी पड़ी जबकि इससे पहले वह इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हमेशा अच्छा प्रदर्शन करती रही थी।भारत को अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा क्षेत्ररक्षण में बहुत सुधार करने की जरूरत है। रिचा घोष, राजेश्वरी गायकवाड़ और अरूंधति रेड्डी के लचर क्षेत्ररक्षण का भारत ने खामियाजा भुगता है। दीप्ति शर्मा की बल्लेबाजी में नाकामी भारत को भारी पड़ रही है। यही नहीं स्मृति मंधाना की कप्तानी में कमजोरी पहले दो मैचों में खुलकर सामने आई और ऐसे में कुछ भी भारत के अनुकूल नहीं रहा।भारत पहले मैच में छह विकेट पर 130 रन ही बना पाया था। उसने दूसरे मैच में चार विकेट पर 158 रन बनाए लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने खराब क्षेत्ररक्षण और कमजोर गेंदबाजी का फायदा उठाकर छह विकेट से जीत दर्ज कर दी।हरमन की खल रही कमी इन दोनों मैचों में हरलीन देओल और शैफाली वर्मा ने रन बनाये लेकिन मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और रिचा घोष की खराब फॉर्म का भारत को नुकसान हुआ है। भारत को नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर की बहुत कमी खल रही है जो चोट के कारण नहीं खेल पा रही हैं। गेंदबाजी विभाग में भी गायकवाड़, पूनम यादव और स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति उम्मीदों पर खरा नहीं उतरीं जबकि तेज गेंदबाज अरूंधति रेड्डी और सिमरन दिल बहादुर भी असर नहीं छोड़ पाई।दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लिजेल ली, एनेके बोश और लौरा वोलवार्ट ने बल्लेबाजी में शानदार फॉर्म दिखाई है। कप्तान सुन लुस भी अच्छी लय में हैं जबकि मिगनॉन डु प्रीज मध्यक्रम में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। शबनीम इस्माइल और बोश ने गेंदबाजी में अहम भूमिका निभाई है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
Jhansi पुलिस और एसओजी की जबरदस्त कार्रवाई: अपहृत नर्सिंग छात्रा नोएडा से सकुशल बरामद
Mainpuri में युवती की हत्या: करहल उपचुनाव के कारण सियासी घमासान, सपा और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप